शिवम शर्मा, न्यूज प्रिन्ट। मानक विपरीत खनन रोकने के लिये जिले में बने 22 चेक पोस्ट भी अवैध खनन, रॉयल्टी चोरी और ओवरलोडिंग को रोक नहीं पा रहे हैं। कारण जो भी हो प्रशासन की लापरवाही के चलते खनन कारोबारियों के हौसले बेहद बुलंद हैं। आलम ये है कि किच्छा क्षेत्र में पोकलेन मशीनों के जरिये रात के अंधेरे में अवैध खनन तो हो ही रहा है। साथ ही ओवरलोडिंग कर राजस्व को भी जमकर चूना लगाया जा रहा है। वहीं, खनन के ओवरलोड वाहन सड़क हादसों का भी सबब बन रहे हैं।
बता दें कि अवैध खनन, रॉयल्टी चोरी और ओवरलोडिंग रोकने के लिये जिले में 22 चेक पोस्ट बनाये गये हैं। किच्छा क्षेत्र में भी इन चेक पोस्ट पर कर्मचारी मौजूद हैं। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के उप निदेशक डॉ. अमित गौरव के पूर्व में दिये बयान के अनुसार राज्य सरकार की ओर से कुमाऊं मंडल के उधम सिंह नगर व नैनीताल और गढ़वाल के देहरादून व हरिद्वार में चेक पोस्ट लगाने के लिये कैलाश रिवर बैड से पांच साल का अनुबंध है। चेक पोस्ट पर नियमित रूप से चैकिंग की जाएगी। इन चेक पोस्ट पर अवैध खनन वाहनों की रॉयल्टी और ओवरलोडिंग की जांच होगी।
लेकिन तमाम चेक पोस्ट होने के बावजूद किच्छा क्षेत्र में खनन के कारोबारी मिलीभगत से जमकर अवैध खनन कर रॉयल्टी चोरी सहित ओवरलोडिंग कर रहे हैं। बता दें कि इन कारोबारियों ने शांतिपुरी तथा सिरौली क्षेत्र मेंं मानकों को ताक पर रख दिया है। कारोबारी रात के अंधेरे में पोकलेन मशीनों से नदी का सीना चीर रहे हैं। इसका कारण प्रशासन की लापरवाही है। प्रशासन द्वारा अवैध खनन के खिलाफ बड़ी कार्यवाही नहीं करने से इनसे जुड़े कारोबारियों के हौसले बुलंद है। जिससे ना सिर्फ प्रशासन की किरकरी हो रही बल्कि भाजपा सरकार के दावों की भी बली चढ़ रही है।
फिलहाल, कहीं पर भी अवैध खनन नहीं हो रहा है। हमारे द्वारा समय-समय पर जांच की जा रही है। जांच में नियमविरुद्ध खनन होना पाये जाने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। ओवरलोडिंग के मामले में आरटीओ कार्यवाही करेगा।
अमित गौरव
उप निदेशक, भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग