न्यूज प्रिन्ट, रुद्रपुर। महामहिम राज्यपाल, लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि0) गुरमीत सिंह ने गुरूवार को गोविन्द वल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर में आयोजित तीन दिवसीय 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन एवं प्रदर्शनी समारोह का उद्घाटन किया। उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
उद्घाटन समारोह में महामहिम ने संबोधित करते हुए कहा कि यह अवसर हमारे लिए गर्व का है कि पंतनगर विश्वविद्यालय इस महत्वपूर्ण आयोजन का साक्षी बना है। उन्होंने भारतीय कृषि के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत कृषि से जुड़ी है, और कृषि उत्पादन में आत्मनिर्भरता को भारतीय किसानों की मेहनत और सहनशक्ति का परिणाम बताया। महामहिम ने जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक संसाधनों की कमी और नई तकनीकों के समावेश के कारण कृषि क्षेत्र को पेश आ रही चुनौतियों का उल्लेख किया। उन्होंने सतत कृषि की ओर बढऩे, जल संरक्षण और जैविक खेती जैसी तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
साथ ही, उन्होंने नई तकनीकों जैसे ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नैनो तकनीक और स्मार्ट खेती को किसानों की उत्पादकता में वृद्धि के लिए कारगर बताया। महामहिम ने पंतनगर विश्वविद्यालय से अपेक्षाएँ जताई कि वह कृषि विज्ञान के नए दृष्टिकोण, जैसे डिजिटल कृषि और जैविक खेती, पर काम करे और किसानों तक नवीनतम शोध और तकनीकी ज्ञान पहुंचाए। साथ ही, उन्होंने किसानों को मृदा परीक्षण और फसलचक्र अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया और कृषि से जुड़ी अन्य गतिविधियों जैसे मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन तथा कृषि पर्यटन को बढ़ावा देने की आवश्यकता बताई। समारोह में विशिष्ट अतिथि डॉ. हिमांशु पाठक और कुलपति डॉ. एम.एस. चौहान ने भी अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर 16 वैज्ञानिकों को कृषि विज्ञान के क्षेत्र में उनके विशिष्ट योगदान के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, एसएसपी मणिकान्त मिश्रा, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, एएसपी निहारिका तोमर, निदेशक शोध डॉ. एएस नैन, प्रो. आरबी सिंह, पंजाब सिंह, पीएल गौतम, बीएस बिष्ट, डॉ. केएम पाठक, राजीव वाष्र्णेय, डॉ. राजवीर सिंह, डॉ. वीर सिंह, डॉ. धीर सिंह, डॉ. श्रीनिवास, डॉ. महावीर सिंह, डॉ. पीके जोशी, डॉ. एके सिंह, डॉ. दिनेश शाह, डॉ. प्रीतम कालिया, डॉ. विश्वनाथन, डॉ. एचपी सिंह, डॉ. राघवेन्द्र भट्टा, डॉ. जयचन्द राना, डॉ. तुषार कान्त मेहरा, डॉ. एसके प्रधाान, डॉ. ज्ञान प्रकाश मिश्रा, डॉ. नारायण लाल पंवार, डॉ. यशपाल सिंह मलिक, डॉ. रणजीत कुमार पॉल उपस्थित थे।