किच्छा। भाजपा प्रष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाली प्रत्याशी दीपा खानवानी ने छिनकी ग्रामसभा के प्रधान पद पर शानदार जीत दर्ज की है। बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी वाले इस गांव में दुष्प्रचार और ध्रुवीकरण के प्रयासों को नकारते हुए मतदाताओं ने विकास को तरजीह दी है। कुल सात प्रत्याशियों के बीच हुए मुकाबले में दीपा खानवानी को 1245 वोट मिले, जो सबसे अधिक रहे। चुनाव प्रचार के दौरान दीपा खानवानी को लेकर विपक्ष ने उन्हें भाजपा और आरएसएस समर्थक बताते हुए कई तरह के आरोप लगाए थे। विरोधियों द्वारा एआई तकनीक का उपयोग कर उनके खिलाफ फर्जी फोटो और ऑडियो क्लिप भी वायरल की गईं। उन पर यह भी आरोप लगाया गया कि अगर वह जीतती हैं तो मुस्लिम समाज के साथ भेदभाव होगा। लेकिन चुनाव परिणामों ने इन सभी आशंकाओं और अफवाहों को खारिज कर दिया। चुनाव में दीपा खानवानी को मुस्लिम समुदाय के एक तिहाई से अधिक मत प्राप्त हुए, जिसे वह ऐतिहासिक बता रही हैं। उनका कहना है कि विपक्ष ने चाहे जितना भी दुष्प्रचार किया हो, लेकिन जनता ने सच्चाई और विकास को पहचाना। बहरहाल, छिनकी का यह चुनाव परिणाम इस बात का संकेत है कि जब जनता को विकास दिखता है, तो वह जाति-धर्म की सीमाओं से ऊपर उठकर निर्णय लेती है।
चुनाव परिणाम
दीपा खानवानी — 1245
रंजीत कौर — 1114
रुखसिन — 719
सोनम — 385
ममता — 80
अंजू — 28
मैनाज़ — 4
सोनम का स्वागत कार्यक्रम बना मिसाल
किच्छा। इस बार का चुनाव सिर्फ जीत-हार की नहीं, एकता और समझदारी की मिसाल भी बन गया। चुनाव में शामिल रहीं प्रत्याशी सोनम ने परिणाम के बाद दीपा खानवानी के पति हरीश खानवानी का स्वागत कर एक सौहार्दपूर्ण वातावरण का उदाहरण पेश किया।

उन्होंने अपने घर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया और कहा कि चुनाव लोकतंत्र का उत्सव होता है और छिनकी की जनता ने सही निर्णय लिया है। उनके द्वारा किये गए स्वागत कार्यक्रम की हर तरफ प्रशंसा हो रही है।
जनता ने हमारे द्वारा पूर्व में किये गए विकास कार्यों पर भरोसा जताया है। छिनकी को आगे ले जाना हमारी प्राथमिकता है और हम बिना किसी भेदभाव के सभी के लिए काम करेंगे।
-दीपा खानवानी, प्रधान, छिनकी।
छिनकीवासियों, हमारे साथियों का आभार। जिनके प्रयास सफल हुये। छिनकी क्षेत्र में बिना किसी भेदभाव के कार्य किया जाएगा। हम सभी को साथ लेकर छिनकी को आगे बढ़ाएंगे और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे।
हरीश खानवानी
प्रधान पति, छिनकी।