उत्तरकाशी। उत्तरकाशी के धराली और आसपास के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्य लगातार जारी हैं। शुक्रवार सुबह तक 113 लोगों को हेलिकॉप्टर से मातली हेलीपैड पहुंचाया गया, जहां से उन्हें उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मातली में राहत कार्यों का जायजा लिया और पीडि़तों से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया।
मुख्य चुनौतियां रास्तों पर
मनेरी: उत्तरकाशी-धराली मार्ग पर मनेरी से 2 किमी आगे सड़क का हिस्सा भागीरथी में समा गया, अस्थायी कच्चा रास्ता बना, लेकिन नदी का बहाव खतरा बना हुआ है।
भटवाड़ी: दो जगहों पर चट्टान गिरने से सड़क टूटी, पहला पॉइंट खुला, दूसरे पर छोटी गाडिय़ों के लिए रास्ता तैयार।
गंगनानी: भटवाड़ी से 15 किमी आगे पुल बहा, पुनर्निर्माण की योजना बन रही है।
डबरानी: सड़क का बड़ा हिस्सा बहा, आगे और क्षति की आशंका।
भारी मशीनें एयरलिफ्ट
बार-बार भूस्खलन से जूझ रहे गंगोत्री मार्ग पर रास्ते खोलने के लिए भारतीय वायुसेना ने चीन सीमा से पोकलैंड मशीनें चिनूक हेलिकॉप्टर से धराली पहुंचाईं।
इसरो की तस्वीरों में तबाही
इसरो की सैटेलाइट तस्वीरों में 20 हेक्टेयर क्षेत्र में मलबा, नदी का बदला रुख और कई इमारतें जलमग्न या ध्वस्त दिखाई दीं।
राष्ट्रीय व राज्य एजेंसियां सक्रिय
पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना और फायर विभाग के साथ एनडीएमए भी राहत कार्यों की निगरानी कर रहा है। केंद्र की अंतर मंत्रालय टीम अगले सप्ताह दौरे पर जाएगी।
बचाव अभियान की स्थिति
हेलिकॉप्टरों से 657 लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
प्रभावितों के लिए 2500 खाने के पैकेट भेजे गए।
विभिन्न राज्यों के लोग भी प्रभावितों में शामिल।
सीएम का आश्वासन
धामी ने कहा कि जब तक हर व्यक्ति सुरक्षित नहीं निकल जाता, बचाव अभियान जारी रहेगा।
