वारयल ऑडियो मामले की पूरी जांच की उठाई मांग, विधायक बेहड़ को घेरा
न्यूज़ प्रिंट,रुद्रपुर। रेप की कोशिश से क्षुब्ध होकर आत्महत्या करने वाली युवती का परिवार न्याय की आस में आज एसएसपी मंजूनाथ टीसी से मिला। परिवार के पक्ष में पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने एसएसपी आवास के बाहर प्रदर्शन किया तथा डीजीपी के पत्र को एसएसपी मंजूनाथ को सौंपा। पूर्व विधायक ने इस मामले में किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ पर पीडि़ता के परिवार पर दबाव बनाने सहित अन्य आरोप भी लगाये हैं। शुक्ला का कहना है कि पीडि़ता के परिवार को दबाव में लेकर उनसे मुकद्मा वापस कराने की मंशा से उनपर झूठा मुकद्मा कायम करवाया गया है। वहीं, उन्होंने पंतनगर एसओ की वायरल आपत्तिजनक ऑडियो मामले की निष्पक्ष जांच करने की भी मांग की है। बुधवार को एसएसपी आवास के बाहर प्रदर्शन के दौरान पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि छेड़छाड़, बलात्कार के प्रयास के बाद आत्महत्या करने वाली युवती का परिवार 9 फरवरी 2018 से लगातार उत्पीडऩ झेल रहा है।
यही नहीं, अब विधायक बेहड़ के दबाव में पीडि़ता के परिजनों पर ही मुकद्मा दर्ज करवा दिया गया ताकि मजबूर होकर पीडि़ता का परिवार मुकद्मा वापस ले लें। कहा कि पीडि़ता की आत्महत्या के नामजद आरोपितों में से जिन अभियुक्तों के नाम निकाले गये हैं उनमें उस लड़की का नाम भी शामिल है जो पंतनगर एसओ की वायरल ऑडियो टेप में है। ऐसे में संभावना है कि उक्त युवती एवं उसके भाई-बहनों का नाम कथित तौर पर हनी टै्रप के दबाव में निकाला गया हो। कहा कि एसओ के खिलाफ की गयी पुलिस प्रशासन की कार्यवाही सही है लेकिन इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिये। इसकी भी जांच होनी चाहिये कि ऑडियो वाली लड़की का नाम आत्महत्या के आरोपितों में नामजद चार्जशीट से कैसे निकला? शुक्ला ने विधायक बेहड़ से भी सवाल किया कि आपत्तिजनक ऑडियो टेप मामले में वह (तिलकराज बेहड़) युवती के साथ हैं, ठीक है लेकिन बलात्कार की कोशिश के बाद आत्महत्या करने वाली युवती व उसके परिवार के साथ वह (तिलकराज बेहड़) क्यों नहीं है? इसपर विधायक बेहड़ ने आजतक एक शब्द भी क्यों नहीं बोला? बल्कि उल्टा पीडि़ता के परिवार पर ही झूठा मुकद्मा धरना देकर करवा दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को दोनों मामलों में निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करनी चाहिये साथ ही किस दबाव में आत्महत्या के आरोपितों के नाम चार्जशीट से निकाले गये उसकी भी जांच होनी चाहिये। प्रदर्शन के दौरान एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बाहर आकर उनकी बात सुनी और निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा जताया। वहां पर आत्महत्या करने वाली युवती के माता-पिता के अलावा अक्षय अरोड़ा, सचिन शुक्ला, मयंक तिवारी, रविकांत वर्मा, नंदलाल यादव, दीपक मिश्रा, राजेश तिवारी, बलजीत गाबा, सचिन शर्मा, मनजीत सिंह कामरा, अमित कश्यप आदि मौजूद रहे।
पहले दर्ज मुकद्में में दोषमुक्त हो चुका परिवार
रुद्रपुर। पूर्व विधायक राजेश शुक्ला के अनुसार 9 फरवरी 2018 को छेड़छाड़ एवं बलात्कार की कोशिश के मामले में जब थाने में रिपार्ट दर्ज हुई उसी वक्त आरोपित परिवार के द्वारा पीडि़त परिवार को दबाव में लेने के लिये एक झूठा मुकद्मा कोर्ट के माध्यम से दर्ज करवाया था। लेकिन इस मामले में आत्महत्या करने वाली लड़की का परिवार कोर्ट से दोषमुक्त साबित हुआ था।