जिले भर का पुलिस फोर्स और आला अधिकारी मौके पर, जेसीबी और पोकलैंड से गिराये मकान
न्यूज़ प्रिंट,रुद्रपुर। न्यायालय के आदेश के उपरांत आज भारी पुलिस बल के साथ प्रशासन की टीम भगवानपुर स्थित कोलड़िया गांव पहुंची, जहां कड़ी सुरक्षा के मध्य जेसीबी और पोकलैंड मशीन से दर्जनों पक्के मकान जमींदोज कर दिए गए ।इस दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात था। पुलिस ने रूट का डायवर्सन कर रखा था। इतनी भारी संख्या में पुलिस बल के कारण आज कहीं भी विरोध के स्वर नहीं उठे और कुछ ही घंटे में दर्जनों मकानों को ध्वस्त कर दिये गये। गौरतलब है कि भगवानपुर कोलडिया गांव में किसी व्यक्ति ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। जिसके तहत हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए जिसको लेकर दो दिन पूर्व पुलिस और प्रशासन के अधिकारी वहां पहुंचे और उन्होंने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी। लेकिन वहां रह रहे लोगों ने विरोध जताना शुरू किया तो उनकी पुलिस से नोंक झोंक हो गई मामला बढता देख पुलिस ने लोगों को हिरासत में लेना शुरू कर दिया। इसी दौरान विधायक शिव अरोड़ा ने मौके पर पहुंचकर पुलिस की कार्रवाई का विरोध जताया। विधायक और लोगों के भारी विरोध के चलते पुलिस वापस लौट गई। मामला का संज्ञान में आने पर हाई कोर्ट ने जिलाधिकारी उधम सिंह नगर को अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर निरोधात्मक कार्रवाई के आदेश के आदेश दे दिए। जिसके चलते आज पुलिस और प्रशासन की टीम ने भगवानपुर क्षेत्र से पल्लविका नर्सरी तक खसरा नंबर 192 व उसके 500 मीटर दायरे में क्षेत्र में निषेधाज्ञा आर्डर जारी कर दिया और पूरे क्षेत्र के जगह-जगह पर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए ।जिला अधिकारी ने स्पष्ट कहा जो भी आदेश का उल्लंघन करेगा उसे पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में आज जनपद भर के 1200 से अधिक पुलिस अधिकारी व पीएसी बल के साथ फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौजूद रही। इसके अलावा अतिक्रमण की कार्रवाई की संपूर्ण फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई ,साथ ही ड्रोन कैमरा भी तैनात रहे ।भारी संख्या में पुलिस बल को लेकर लोग सहमे नजर आए। रूट का डायवर्सन कर दिया गया एनएचऐआई व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की मौजूदगी में यह अभियान चलाया गया। जेसीबी और पोकलैंड मशीनों के जरिए एक के बाद एक मकान को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की गई और कई घंटे चली कार्रवाई में पुलिस ने लगभग 40 मकान को जमींदोज कर दिया। पुलिस प्रशासन की टीम ने इस दौरान किसी को भी वहां पर नहीं आने दिया। बेबस और लाचार लोग अपना आशियाना टूटता हुए देखते रहे और वह कुछ भी नहीं कर पाए। भारी संख्या में पुलिस बल के मौजूद होने के कारण वहां वाहन भी सड़कों पर रेंग रेंग कर चले