न्यूज़ प्रिंट,रुद्रपुर। में नर्स के साथ दरिंदगी का मामला तूल पकड़ने और सीबीआई जांच की मांग के बीच एसएसपी की ओर से गठित एसआईटी ने जांच तेज कर दी है। टीम ने घटनास्थल के 200 मीटर के दायरे में दो घंटे तक व्यापक सर्च अभियान चलाया गया। मेटल डिटेक्टर ने क्षेत्र को बारीकी से स्कैन किया।डिबडिबा स्थित एक कॉलोनी निवासी नर्स का 30 जुलाई से लापता थी। उसका शव आठ अगस्त को घर के पास ही खाली प्लॉट से बरामद हुआ था। मामले में पुलिस ने बरेली निवासी धर्मेंद्र कुमार को हत्या के आरोप में जेल भेज दिया लेकिन परिजनों और लोगों ने खुलासे पर सवाल खड़े करते हुए सीबीआई जांच की मांग की। बढ़ते दबाव के बाद एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने 20 सदस्यीय एसआईटी गठित की। इसमें दो आईपीएस, एसपी सिटी के अलावा दो इंस्पेक्टर, नौ दरोगा सहित अन्य कर्मियों को शामिल किया गया है।
मंगलवार शाम एसआईटी प्रभारी मनोज कत्याल और एएसपी निहारिका तोमर की अगुवाई में टीम ने घटनास्थल पर अभियान चलाया। एसआईटी के अनुसार, मृतका के पास खुद का और बेटी का मोबाइल था। बेटी का मोबाइल मुख्य अभियुक्त लेकर गया लेकिन महिला का मोबाइल नहीं मिला। एसआईटी को मोबाइल के आसपास गिरा होने का अंदेशा था। एसआईटी विभिन्न बिंदुओं पर जांच करने के साथ ही तकनीकी साक्ष्य जुटा रही है। घटनास्थल और आसपास के इलाके में अभियान चलाकर मामले से जुड़े साक्ष्यों को एकत्र किया गया। निजी अस्पताल के कर्मियों से पूछताछ की जाएगी। इसके साथ ही मृतका के घर के आसपास रहने वालों से भी पूछताछ कर जानकारी जुटाई जाएगी।
एसआईटी ने निजी अस्पताल कर्मियाें से की पूछताछ
एसआईटी बुधवार को फुटेला अस्पताल पहुंची। एसआईटी प्रभारी मनोज कत्याल की अगुवाई में टीम ने मृतका के साथ कार्य करने वाले कर्मचारियों से गहनता से पूछताछ की। इनमें अस्पताल की नर्स, सहायिका, वार्ड बॉय, मैनेजर सहित 12 कर्मी थे। उन्होंने मृतका के बारे में जरूरी जानकारियां जुटाईं। इसके साथ ही गुमशुदगी के दिन वाले घटनाक्रम का भी ब्यौरा लिया। टीम करीब तीन घंटे तक अस्पताल में रही थी। टीम में एएसपी निहारिका तोमर, एसएचओ रुद्रपुर मनोहर सिंह दसौनी, एसएसआई अशोक कुमार, एसआई नेहा राणा सहित अन्य शामिल रहे।