राइस मिलर्स और किसानों की बैठक में कई मुद्दों पर की गई चर्चा
न्यूज़ प्रिंट,रुद्रपुर -कई मुद्दों को लेकर राइस मिलर्स और किसानों की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें राईस मिल्स और किसानों ने अपना-अपना पक्ष रखा और सरकार से उनकी समस्याओं के समाधान की मांग की गई ।दर्जा राज्य मंत्री किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किसान सभा के राजेंद्र सिंह विर्क के नेतृत्व में यह बैठक आहूत की गई। जिसमें कहा गया कि शासन द्वारा राईस मिल का चावल नहीं लिया गया क्योंकि खाली गोदाम की व्यवस्था नहीं है ।जिसके लिए उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एफआरके चावल के 80 करोड़ के बिल विगत 3 वर्षों से विभाग में भुगतान के लिए पेंडिंग पड़े हैं एनसीएफ द्वारा एफआरके के चावल की जो आपूर्ति की गई थी उसका भुगतान शासन ने कर दिया लेकिन धान के बिलों का लगभग डेढ़ सौ करोड़ पेंडिंग पड़ा हुआ है ।सरकारी धान खरीद योजना के तहत कच्चा आढ़तियों ने जो धान खरीदा था उसका विभिन्न शुल्क जमा कर दिया गया था लेकिन विभाग द्वारा विकास शुल्क का भुगतान नहीं किया जा रहा ।चावल ट्रांसपोर्टर के बिल भी पेंडिंग पड़े हैं ।पिछले तीन वर्षों से भाड़े की दरों में कोई वृद्धि नहीं की गई। राइस मिलर जो किसानों से धान खरीदते हैं उसका भुगतान 2 दिन के भीतर कर दिया जाता है जबकि उन्हें भुगतान प्राप्त करने में कई कई महीने लग जाते हैं ।उन्होंने कहा पंजाब व हरियाणा की तर्ज पर धान खरीद की व्यवस्था के लिए नीति तैयार की जाए। इस दौरान पी डी अग्रवाल ,नरेश कंसल, उमेश अग्रवाल, पंकज बांगा ,रमेश गर्ग, सौरभ अग्रवाल, शुभम अग्रवाल ,हिमांशु अरोरा, श्याम , राहुल चावला, सौरभ सिंगल, सोनू अरोड़ा ,तजेंद्र सिंह विर्क आदि मौजूद थे।