न्यूज प्रिन्ट, रुद्रपुर। निकाय चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। पहले कांग्रेस प्रत्याशी मोहन खेड़ा के आरोपों के बाद अब किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने पार्टी के शीर्ष नेताओं को कटघरे में खड़ा कर दिया है। बेहड़ ने जिलाध्यक्ष व महानगर से त्यागपद मांगा है। सोमवार को मोहन खेड़ा के आवास पर आयोजित बैठक के दौरान किच्छा विधायक बेहड़ ने कहा कि जिले में गैर जिम्मेदार लोगों को ऊंचे पदों पर बिठाया गया है। जिन्होंने मुख्य पदों पर रहते हुये कांगे्रस की नाव में छेंद करने का काम किया है। यह लोग बड़ी निर्लज्जता के साथ निष्ठावान लोगों पर आरोप लगाकर खुद को पाक साफ दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने जिलाध्यक्ष और महानगर को अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिये। वहीं, संगठन को भी इनको बाहर करना चाहिये जो सुबह कांगे्रस के तो रात में भाजपा के हो जाते हैं। उन्होंने महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा के बयान को हास्यापद हास्यास्पद बताया है। उन्होंने एयरकंडिशन कमरों में बैठकर तमाशा देखने वाले ही कांग्रेस की हार के जिम्मेदार हैं। उन्होंने सीपी शर्मा द्वारा निष्कासित नेताओं को अपने घर बुलाकर उनको चाय पिलाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर दम है तो उनको पार्टी से बाहर करके दिखाएं।
मोहन खेड़ा ने भी जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने सीपी शर्मा से पूछा कि प्रेस वार्ता में शर्मा ने इस बात का जिक्र नहीं किया कि पार्षदों को टिकट देने के दौरान के जो रकम ली गई वो किस लिए ली गई थी? यह किस के इशारे पर ली गई? मेयर प्रत्याशी को हराने की वायरल ऑडियो में किस के एजेंट की आवाज है, और जिस व्यक्ति के खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए थे उन कार्यवाही क्यों नही हुई? ऊपर से दिखावे के लिए कांग्रेस को लड़ाने का दिखावा किया गया और अंदरूनी तौर हराने के षडय़ंत्र रचने वाले बेशर्मी से पदासीन हैं। उन्होंने पूर्व चेयरमैन मीना शर्मा को भी निशाना बनाये जाने पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा कि अब वरिष्ठ कांग्रेसियों ने इस मामले को लेकर एक बड़ी जंग का आगाज कर दिया है। और इस जंग में विधायक तिलक राज बेहड ने मोर्चा संभाल लिया है। अब कांग्रेस के भीतर छिपे जयचंदों को बाहर होना ही पड़ेगा