न्यूज प्रिन्ट, किच्छा। भाजपा नेता राजीव सक्सेना ने गोवंश संरक्षण स्क्वॉड पुलिस टीम पर पैसा लेने का आरोप लगाया। लेकिन एक घंटे के भीतर ही वो अपने बयान से मुकर गये। यही नहीं, उन्होंने अपने दिये बयान पर खेद भी व्यक्त किया। फिलहाल, पूरा घटनाक्रम शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि राजीव सक्सेना बयान से पलटी मार गये? आपको बता दें कि बुधवार शाम को किच्छा कोतवाली पुलिस राजीव सक्सेना के घर पहुंची।
टीम ने बताया कि राजीव सक्सेना के खिलाफ थाने में शिकायत की गयी है। शिकायत गोवंश संरक्षण स्क्वॉड टीम की ओर से की गयी है। पुलिस के इस तरह से घर पर पहुंचने पर राजीव सक्सेना ने लाइव आकर बताया कि उनकी गोवंश संरक्षण स्क्वॉड टीम के एक पुलिसकर्मी से फोन पर वार्ता हुई थी। जिसमें पुलिसकर्मी ने उनके साथ अभद्रता की। यही नहीं, राजीव ने उक्त पुलिसकर्मी पर पैसा लेकर गौकशी करने का भी आरोप लगाया। राजीव ने इससे जुड़े सबूत उनके पास होने का दावा भी किया। चूंकि उनके आरोप गंभीर थे, जिस पर पुलिस के साथ राजीव कोतवाली पहुंच गये। सूचना पर भाजपा के तमाम नेता भी वहां पहुंच गये। तकरीबन आधा-पौना घंटे की बंद कमरे में हुई बातचीत के बाद राजीव सक्सेना बाहर आये और लाइव आकर उन्होंने अपने ही आरोपों का खंडन कर दिया। राजीव ने कहा कि गलत जानकारी के कारण उन्होंने आरोप लगा दिये थे। लेकिन अब दोनों के बीच कोई गलतफहमी नहीं है। इसलिये मामला रफा-दफा कर लिया गया है। फिलहाल, राजीव सक्सेना का अपने ही आरोपों से पलट जाना, उनकी गंभीरता पर प्रश्रचिन्ह जरूर खड़े कर रहा है। वहीं, पुलिस पर भी सवाल खड़े होते ही आखिर बंद कमरे में पुलिस ने राजीव को ऐसी कौन सी घुट्टी पिलाई कि एक घंटे में ही गौकशी में पैसा लेने के उनके आरोप छूमंतर हो गये।