न्यूज प्रिन्ट, किच्छा। भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष चुनाव को लेकर किच्छा में रायशुमारी हो चुकी है। संगठन जल्द ही नगर मंडल अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर सकता है। सूत्रों की मानें तो नगर मंडल अध्यक्ष पद के लिये तीन नामों का पैनल हाईकामन पहुंच गया है। इनमें भाजपा नेता सुरेंद्र चौधरी का नाम भी शामिल है। लेकिन अधिक आयु और 2018 के निकाय चुनाव में पत्नी को भाजपा प्रत्याशी के सामने चुनाव लड़वाना उनके लिये मुसीबत बन सकता है। संगठन को उनके खिलाफ शिकायत पत्र सौंपा गया है, जिसमें उनपर भीतरघात का आरोप लगाया गया है। बता दें कि किच्छा भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष पद पर सुरेंद्र चौधरी, अभिषेक सक्सेना, गोल्डी गोराया, मुकेश कोली सहित तमाम नेताओं ने दावेदारी की है। लेकिन पिछले दिनों हुई रायशुमारी के बाद हाईकमान तक तीन नामों को आगे किया गया है। इन नामों में सुरेंद्र चौधरी का नाम भी शामिल है। लेकिन हाईकामन 45 वर्ष की आयु से अधिक के नेताओं को मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपने के मूड में नहीं है। और सुरेंद्र चौधरी 50 वर्ष की आयु पार कर चुके हैं। ऐसे में अध्यक्ष बनने की राह में उनकी आयु तो आड़े आ ही रही है। वहीं, उनपर भाजपा से बागी होने का भी आरोप है।
दरअसल, साल 2018 के निकाय चुनाव के दौरान सुरेंद्र चौधरी की पत्नी बलकेश चौधरी वार्ड 7 से भाजपा प्रत्याशी के सामने चुनाव लड़ीं थीं। उस वक्त सुरेंद्र ने अपनी पत्नी को चुनाव भी लड़वाया था। उनके विरोधियों का आरोप है कि जिस व्यक्ति ने भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़वाया हो वो संगठन के लिये वफादार कैसे हो सकता है।
बता दें कि उस समय भाजपा प्रत्याशी ने लिखित शिकायत पत्र सौंपकर सुरेंद्र चौधरी पर भीतरघात करने का आरोप लगाया था। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष से सुरेंद्र के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की भी मांग की थी। फिलहाल, मंडल अध्यक्ष चुनाव के दौरान एक बार फिर से सुरेंद्र पर वही आरोप लग रहे हैं। ऐसे में आरोपों से घिरे सुरेंद्र चौधरी को लेकर संगठन सकारात्मक निर्णय लेता है या नहीं, यह तो समय ही बताएगा।