न्यूज प्रिन्ट, किच्छा। ग्राम पंचायत शहदौरा से प्रधान पद के उम्मीदवार फुरसत अली को अनाज की बालियां चुनाव निशान आवंटित हुआ है। फुरसत अली, जो ‘फकीर भाई’ के नाम से क्षेत्र में लोकप्रिय हो रहे हैं, ने नामांकन के बाद जनसंपर्क में तेजी से सक्रियता दिखाई है। उन्होंने कहा कि उन्हें जिस तरह का स्नेह और समर्थन गांव-गांव, घर-घर से मिल रहा है, वह इसके लिए आजीवन ऋणी रहेंगे। उन्होंने बताया, मेरी माताएं-बहनें मेरे लिए घरों में दुआएं कर रही हैं, बुजुर्ग आशीर्वाद दे रहे हैं और युवा मेरे साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं।
घेरा फार्म, सेमलपुरा और बंगाली कॉलोनी के ग्रामीणों ने कहा कि वे इस बार किसी बड़े नेता के झांसे में नहीं आएंगे। हमने पहले भी कई बार बाहर के नेताओं को वोट दिए, लेकिन वे चुनाव जीतने के बाद लौटकर नहीं आए। इस बार हम अपने मजदूर भाई, फुरसत अली के साथ हैं। ग्रेजुएट और ज़मीन से जुड़े फुरसत अली कम वक्त में ही जनता के बीच लोकप्रिय हो गए हैं। गांव में सर्वांगीण विकास का संकल्प लेकर निकले फुरसत अली घर-घर जाकर जनसम्पर्क कर रहे हैं। उन्हें ‘फकीर भाई’ के नाम से पुकारा जा रहा है और हर वर्ग से उन्हें समर्थन मिल रहा है।
शहदौरा पंचायत में लगभग 4000 मतदाता हैं और इस बार छह प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। फुरसत अली ने दावा किया कि उनके दो प्रमुख प्रतिद्वंद्वी पिछले चुनावों में हार का सामना कर चुके हैं और जनता का विश्वास खो चुके हैं। उन्होंने कहा कि वे अब सिफऱ् अपना राजनीतिक अस्तित्व बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि मैं गांव का बेटा बनकर सेवा करने आया हूं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहला मौका होगा जब गांव का एक मजदूर प्रत्याशी लगभग 2000 वोटों के अंतर से ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगा।
फकीर भाई को मिल रहे जनसमर्थन से गांव में नया राजनीतिक अध्याय लिखे जाने की उम्मीद जताई जा रही है। फुरसत अली ने अंत में कहा कि मेरा सपना किसी कुर्सी का नहीं, बल्कि गांव की सेवा का है। जैसा प्यार आज मुझे मिल रहा है, मैं जीवन भर इसे निभाने की कोशिश करूंगा