सीएम धामी बोले-बहस से भाग रहा है विपक्ष, 5000 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश करेगी सरकार
भराड़ीसैंण (गैरसैंण)। उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार को विपक्षी हंगामे की भेंट चढ़ गया। सुबह से ही कांग्रेस विधायकों ने कानून-व्यवस्था और कथित वोट चोरी को लेकर सदन में जोरदार विरोध किया। हंगामे के चलते कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा।
सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक नियम 310 के तहत चर्चा की मांग को लेकर वेल में पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। इस दौरान उन्होंने कार्यसूची फाड़ दी और माइक तोड़ डाले। विपक्षी विधायकों के साथ बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद भी धरने में शामिल हो गए।
सत्र की शुरुआत दिवंगत पूर्व विधायक मुन्नी देवी को श्रद्धांजलि देने से हुई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बीमारी के बावजूद मुन्नी देवी जनता की चिंता करती थीं। उन्होंने अपने पति की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया और जनता की सेवा को ही अपना ध्येय बनाया। श्रद्धांजलि भाषण के दौरान मुख्यमंत्री का माइक अचानक खराब हो गया, जिसके बाद उन्हें मंत्री की सीट से बोलना पड़ा। हंगामे के बीच मुख्यमंत्री धामी ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस जनता के मुद्दों पर बहस से भाग रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को पंचायत, निकाय, विधानसभा और लोकसभा चुनावों में जनता ने जिम्मेदारी दी है, जबकि विपक्ष को बार-बार पराजय का सामना करना पड़ा। इसी हताशा में विपक्ष हंगामे का सहारा ले रहा है।
सीएम ने कहा कि कांग्रेस हर चुनाव हारने के बाद ईवीएम, आयोग और सरकार पर दोषारोपण करती है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायकों के रवैये को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि लोकतंत्र में बहस से समाधान निकलता है, लेकिन विपक्ष की यह हरकत बेहद दुखद है।



