रुद्रपुर। भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार द्वारा गैस सिलेंडर की कीमत में पचास रुपए और पेट्रोल डीजल की कीमतों में दो रुपए वृद्धि को वापस लेने की मांग पर करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान भाकपा (माले) के जिला सचिव ललित मटियाली ने कहा कि पहले से ही महंगाई से त्रस्त जनता के ऊपर गैस सिलेंडर के दाम में पचास रुपए वृद्धि करके मोदी सरकार ने आम जनता की जेब पर डाका डालने वाला काम किया है, यह गरीब जनता के मासिक बजट को बिगाडऩे का काम करेगा। हैरत की बात यह है कि गैस सिलेंडर और पेट्रोल डीजल की कीमतों में वृद्धि का फैसला तब लिया गया है जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और गैस के दाम निचले स्तर पर पहुंच गए हैं।
इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा की मोदी सरकार के लिए आम जनता का हित कोई मायने नहीं रखता और ये सरकार विशुद्ध रूप से कॉरपोरेट हितों से संचालित होती है। वरिष्ठ नेता ज्ञानी सुरेन सिंह ने कहा कि खाद बीज बिजली दरों के बढ़े दामों के बाद घरेलू गैस सिलेंडर और डीजल के दामों में की गई बढ़ोत्तरी किसानों के लिए नई परेशानी बनेगी। अनिता अन्ना ने कहा कि घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाने के फैसले से महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित होंगी। एक ओर प्रधानमंत्री मोदी उज्ज्वला के नाम पर महिलाओं के आंसू पोंछने का दावा करते हैं लेकिन दूसरी ओर गैस सिलेंडर के दाम बार बार बढ़ाकर महिलाओं की मुसीबत लगातार बढ़ा रहे हैं।
वहां ललित मटियाली, धीरज कुमार, ज्ञानी सुरेन सिंह, अनिता अन्ना, गीता पासवान, पुष्पा देवी, पूनम, जगजीत कौर, दर्शन सिंह, चंद्रप्रभा, अखिलेश सिंह, विजय शर्मा, नीलम देवी, नरेश कुमार, रंजन विश्वास आदि मौजूद थे।
गैस सिलेंडर और पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों से आक्रोशित भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार का पुतला फूंका, पढ़ें खबर…
