बबलू पाल, न्यूज प्रिन्ट, रुद्रपुर। शहर का हृदय स्थल कहे जाने वाला डीडी चौक आज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। इस चौक से आए दिन सैकड़ो हजारों यात्रियों का आवागमन होता है, वही प्रतिदिन आला अधिकारी और राजनेता भी इसी चौक से गुजरते हैं, लेकिन जनता को सुविधा देने के लिए जो चबूतरे बनाए गए थे वह आज गंदगी से बदहाल हो चुके हैं और जर्जर अवस्था में पहुंच चुके हैं।
हरियाली के लिए जो पेड़ पौधे लगाए गए थे उनकी भी देखरेख करने वाला कोई नहीं जिस कारण वह भी सूखने की कगार पर आ गए हैं। ऐसे में ना तो जिला प्रशासन और ना ही नगर निगम इस चौक की सुध नहीं ले रहा। कुछ वर्ष पूर्व डीडी चौक का सौंदर्यकरण किया गया था और कई जगह चबूतरे बनाए गये थे। ताकि जो यात्री नैनीताल की तरफ जाना चाहते हैं वह बस की इंतजार में इन चबूतरों पर बैठकर विश्राम कर सके। साथ ही हरियाली के लिए पेड़ पौधे भी लगाए गए थे। जब इस चौक का सौंदर्यकरण किया गया तो इसकी देखरेख का जिम्मा महिंद्रा कंपनी ने लिया था। जो कुछ समय तक तो इसकी देखरेख करती रही ।लेकिन बाद में उन्होंने भी हाथ खड़े कर दिए और धीरे-धीरे डीडी चौक पर बने चबूतरो की हालत बद से बदतर होती गई और वह जर्जर अवस्था में पहुंच गए। देखरेख के अभाव में जगह-जगह गंदगी के ढेर लग गए। जहां बैठना भी मुहाल हो गया।

हैरत की बात तो यह है डीडी चौक पर अस्थाई पुलिस चौकी भी बनी हुई है जहां यातायात पुलिस और सीपीयू कर्मी तैनात रहते हैं और पुलिस के आला अधिकारी भी समय-समय पर यहां आते हैं कई बार यहां यातायात व्यवस्था के लिए चौपाल भी लगाई जाती है। बावजूद इसके डीडी चौक की हालात को सुधारने के कोई प्रयास नहीं किए जा रहे। ना तो जिला प्रशासन इस और ध्यान दे रहा है और ना ही नगर निगम। नगर निगम का गठन हो चुका है और पूर्ण बहुमत से भाजपा का नगर निगम पर कब्जा है सफाई और सौंदर्यीकरण भाजपा का प्रमुख मुद्दा था । अब देखना यह है कि शहर का हृदय स्थल कहे जाने वाले इस डीडी चौक के दिन कब बहुरेंगे और कब यह डीडी चौक एक बार फिर शहर की छटा को बिखेरेगा।