न्यूज प्रिन्ट, रुद्रपुर : पूरे शहर में छठ पर्व को लेकर दो दिन तक धूमधाम रही। धोबी घाट पर भक्तों में बड़ी संख्या में छठ माई की पूजा अर्चना की। तथा निर्जल व्रत रखकर पविार की खुशहाली की कामना की। और छठ माई का आर्शीर्वाद लिया।
बता दें कि शहर में जगह-जगह छठ पर्व की धूम देखने को मिली। बता दें की भक्तों ने संध्या में डूबते हुये सूरज को अघ्र्य दिया। तथा सुबह को उगते हुये भी सूरज को अघ्र्य दिया और पूजा अर्चना की। वही राजनीतिक तथा सामाजिक और धार्मिक संगठन के लोगों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और छठ मईया से शहर की खुशहाली की कमना की ।

वहीं बता दें कि छठ पर्व का महत्व धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह पर्व सूर्य देव और छठी मैया की पूजा के लिए मनाया जाता है। छठ व्रत विशेष रूप से उत्तर भारत, खासकर बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है।
छठ पर्व मुख्यत: सूर्य देव की उपासना का पर्व है, जो जीवन की ऊर्जा और सेहत के प्रतीक माने जाते हैं। इस दिन व्रती (व्रत करने वाले) सूर्य को अघ्र्य देकर धन्यवाद देते हैं और अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
छठ व्रत को कठिन माना जाता है, क्योंकि इसमें उपवास रखना, नदी या तालाब में खड़े होकर सूर्य को अघ्र्य देना, और बिना भोजन के दिन-रात व्यतीत करना शामिल होता है। इसमें न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक दृढ़ता भी जरूरी होती है। इसे स्वास्थ्य लाभ के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि सूर्य की किरणों का प्रत्यक्ष संपर्क शरीर को ऊर्जावान बनाता है।
आध्यात्मिक रूप से छठ पर्व में व्रति आत्मशुद्धि और प्रकृति से जुडऩे का अनुभव करते हैं। इस व्रत में प्रकृति, जल और स्वच्छता का विशेष महत्व होता है, और इसीलिए इस पर्व को पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का माध्यम भी माना जाता है। इस दौरान हरेंद्र सिंह, मुन्नी देवी, अनीश, जितेंद्र कुमार, दिवाकर पांडे, दुर्गेश मौर्य, श्रीकांत शर्मा, सुरेंद्र शर्मा, नेहा, अंजलि, महिमा, अजय, अंकित, ज्योति, पूनम पांडे आदि लोग मौजूद रहे।