विरोध करने में माहिर संजय पूर्व में नहीं बचा सके व्यापारियों की दुकानें
न्यूज़ प्रिंट, रुद्रपुर। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय जुनेजा को लाइमलाइट में रहने की आदत पड़ चुकी है। यही कारण है कि वह हर जगह अपना विरोध दर्ज कराने पहुंच जाते हैं। भले ही उनके विरोध के बाद रिजल्ट ना निकले, लेकिन उनका हल्ला पूरा रहता है। बीते कुछ प्रकरण पर नजर डालें तो उनका हाल उस बंदर की तरह है जो इस डाल से उस डाल तक छलांगे पूरी मारता है लेकिन परिणाम कुछ हासिल नहीं होता। उदाहरण के लिये प्रशासन द्वारा शहर के व्यापारियों की दुकानें हटाने की कार्यवाही को ही लिया जा सकता है। बहरहाल, ताजा मामले में संजय जुनेजा एंड पार्टी ने सिटी क्लब में 24 अक्टूबर से 28अक्टूबर तक लगने वाली प्रदर्शनी का विरोध किया है। उनका कहना है कि प्रदर्शनी में बाहरी व्यापारी, लोकल व्यापारियों को नुकसान पहुंचाएंगे। यही नहीं, उनका आरोप है कि इन व्यापारियों के प्रदर्शनी लगाने से सरकार को जीएसटी का नुकसान भी होगा।
कुछ हद तक संजय की ये बातें सही भी हो सकती हैं। लेकिन संजय जुनेजा के इस विरोध से सवाल खड़ा होता है कि संजय आखिर किस आधार पर प्रदर्शनी लगाने वाले व्यापारियों को बाहरी बता रहे हैं? क्या शहर में व्यापार करने के लिये शहर का निवासी होना जरूरी है? अगर ऐसा है तो संजय जी आपको शहर में नजर दौड़ानी चाहिये और अगर ऐसा नहीं है तो इन व्यापारियों से संजय एंड पार्टी को दिक्कत क्या है? वहीं, अगर वही व्यापारी जो प्रदर्शनी में फड़ लगाएगा वो अगर शहर की किसी दुकान को किराये पर लेकर वहां से सामान बेचने लगे तो क्या वह तब भी बाहरी रहेगा? ऐसे में अगर बात किराये की ही है तो प्रदर्शनी लगाने के लिये वहां पहुंचने वाला हर व्यापारी किराया तो अदा कर ही रहा है तो ऐसे में वह बाहरी कैसे हुआ? वहीं, दूसरी तरफ आम जनता की मानें तो प्रदर्शनी में बेचा जाने वाला सामान शहर की दूसरी दुकानों की तुलना में कम कीमत पर मिल जाता है। एक आम राय है कि प्रदर्शनी या फिर मेले में सामान सस्ता मिलता है। अब अगर ऐसा है तो शहरवासियों को सस्ता सामान मिल जाए तो इसमें संजय को दिक्कत क्यों हो रही है? संजय एंड पार्टी के विरोध से साफ है कि इस विरोध से प्रदर्शनी में लगने वाली दुकानें हटे या नहीं उनकी विरोध की दुकान चलती रहे। फिलहाल, व्यापार मंडल सहित फर्नीचर एसोसिएशन ने एसडीएम से मुलाकात कर प्रदर्शनी पर रोक की मांग की है। जिस पर एसडीएम ने उन सभी व्यापारियों को परमिशन दिये जाने की बात से अवगत करा दिया है।