न्यूज़ प्रिंट,रुद्रपुर – सम्भावित मेयर प्रत्याशी कांग्रेस नेता एडवोकेट संजय आइस तथा युवाओं द्वारा बंगाली समाज से जुड़े मुद्दों को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गयी। संजय आइस ने कहा कि पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित बंगाली समाज के लोगो को भारत में बसाया गया था चूंकि बंगाली समाज के लोगो द्वारा नमःशुद्र, पौड, माझी जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने हेतु कई वर्षों से आन्दोलन किया जा रहा है जिसके फलस्वरूप तत्कालीन अखण्ड उत्तर प्रदेश के शासन द्वारा उत्तराखण्ड में निवासरत बंगाली समाज के हिन्दू अनुसूचित जाति, उपजाति नमःशुद, पौड, माझी जाति के परिवारों/बच्चो को शिक्षा के दौरान छात्रवृत्ति प्रदान करने का निर्णय लिया गया था जिसके फलस्वरूप नवसर्जित उत्तराखंड प्रदेश में 10 से 12 वर्ष तक लगातार छात्रवृत्ति प्रदान की गई परन्तु वर्तमान सरकार द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, बंगाली समाज के बच्चो को छात्रवृत्ति बंद कर दी गयी है हमारी मांग है कि अविलम्ब अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति बंगाली समाज के गरीब मजदूर बच्चो के भविष्य को देखते हुये प्रदेश के छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति दिलाये जाने के आदेश पारित किये जाये।
गरीब मजदूर परिवार के छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो सके, इसलिए कांग्रेस शासन काल में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा उत्तराखंड में निवास कर रहे बांग्लाभाषी बच्चों की उच्च शिक्षा के लिये श्री गुरुचांद ठाकुर के नाम से एक कोष बनाया गया था इसी प्रकार राय सिक्ख समाज के बच्चो के लिये श्री सन्त केसर सिंह के नाम से कोष बनाया गया था, परन्तु भाजपा सरकार द्वारा उक्त कोष को भी बंद कर दिया गया जिससे दोनों समाज के बच्चों को उच्च्च शिक्षा में इन दोनों योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाता था जिससे अब वंचित कर दिया गया है। बंगाली समाज के नमः शुद्र, पौड. माझी जाति के लोगो को देशभर में विभिन्न अन्य कई राज्यों में अनुसूचित जाति का दर्जा प्राप्त है परन्तु उत्तराखंड में भाजपा सरकार द्वारा बंगाली समाज के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष अरूण हलदार द्वारा भी बंगाली समाज की मांग को देखते हुए भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं आधिकारिकता मंत्रालय को 14 फरवरी 2024 को एक माह के अन्तर्गत बंगाली समाज को अनुसूचित जाति की श्रेणी में रखने की सिफरिश अनुसंशा की गयी थी, परन्तु यह सिफारिश/अनुसेशा को वर्तमान तक लागू नहीं की गयी तथा यह मांग भी पूर्ववत बनी हुई है।बंगाली समाज की बहुत समय से रूद्रपुर में की जा रही ‘बंग भवन’ की मांग को देखते हुए रूद्रपुर के विधायक द्वारा आयोजित विभाजन विभिषिका कार्यकम के दोरान 14 अगस्त 2023 को एम्बियेन्स होटल रूद्रपुर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा उक्त मांग को देखते हुए रूद्रपुर में ‘बंग भवन’ निर्माण करने की घोषणा की गयी थी, परन्तु वर्तमान तक भी उसका कियान्वयन नहीं किया गया है जिस कारण बंगाली समाज में रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि हम मांग करते है कि अतिशीघ्र रूद्रपुर में ‘बंग भवन’ का निर्माण किया जाये।बंगाली समाज की बहुत पूरानी मांग की जा रही है कि उत्तराखण्ड के बंगाली वाहुल्य क्षेत्रो में संचालित प्राथमिक विद्यालयों में बांग्ला भाषा की कक्षाएं संचालित करने हेतु अध् यापक नियुक्ति प्रदान कर बांग्ला भाषा को पढाया जाये ताकि वह अपनी मातृ भाषा का विकास कर सके, जिसको देखते हुए विधायक शिव अरोरा द्वारा एम्बियेन्य होटल में आयोजित उक्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा की गयी कि बंगाली बाहुल्य क्षेत्रो मे संचालित प्राथमिक विद्यालयों में बांग्ला भाषा को पढाये जाने की व्यवस्था कर दी,जायेग, जबकि भारत सरकार की नई शिक्षा नीति में प्राविधान होने के पश्चात भी उत्तरारखण्ड शासन द्वारा उक्त माग पूर्ण नहीं की गयी इसलिए हम उत्तराखण्ड सरकार से मांग करते है कि हमारी इस मांग को अविलम्ब पूर्ण किया जाये।इस अवसर पर महानगर रूद्रपुर महिला कॉग्रेस उपाध्यक्ष मोनिका ढाली, काँग्रेस नगर महामंत्री अर्जुन विश्वास, वरिष्ठ कॉग्रेस कार्यकता जयदेव मदक, मानस बैरागी, अभिमन्यु साना, उमांशंकर, शिवपद सरकार, पवित्र शील, सौरभ मदक, महादेव हाजरा, कुमार साना, श्यामल मण्डल, विकास मल्लिक, रंजीत तिवारी, प्रकाश अधिकारी, विकास विश्वास, गौतम घरामी, अजय राय, अंकित भारती, अभिजीत हालदार, शुभम दास आदि मौजूद थे।