न्यूज़ प्रिंट,किच्छा। विधायक तिलकराज बेहड़ ने जमरानी बांध के विस्थापित परिवारों के साथ ही खुरपिया और प्राग फार्म में लंबे समय से रह रहे लोगों को भी भूमि आवंटन की मांग की है। उन्होंने कहा कि खुरपिया और प्राग फार्म के लोगों के पुर्नवास के बिना ले-आउट बनने नहीं दिया जाएगा। फिर चाहे इसके लिये उनको विशाल आंदोलन करना ही क्यों न पड़े। इस संबंध में उन्होंने किच्छा स्थित निवास पर प्रेस वार्ता कर कहा कि सरकार जमरानी बांध के विस्थापित परिवारों को किच्छा के खुरपिया और प्राग फार्म में बसाने के लिये प्रयासरत है लेकिन इन स्थानों पर लंबे समय से निवास कर रहे लोगों की चिंता सरकार नहीं कर रही है। कहा कि इन जमीनों पर वहां के स्थानीय लोगों का हक पहले है। सरकार, जब तक स्थानीय लोगों के पुर्नवास के लिये स्थायी कदम नहीं उठाएगी तब तक वहां की भूमि पर किसी अन्य के पुर्नवास को नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल के दौरान सरकार ने स्थानीय लोगों के लिये ५०० एकड़ भूमि आवंटित करने का निर्णय लिया था, तहसील में इन लोगों की सूची भी बनाई गयी थी लेकिन अब सरकार इन लोगों को दरकिनार करने की कोशिश में है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। बेहड़ ने स्पष्ट रूप से कहा कि जमरानी बांध के लोगों को बसाने से उनको कोई दिक्कत नहीं है लेकिन स्थानीय लोगों को साइड कर पुर्नवास की कोशिश ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने मनमानी करते हुये वहां पर केवल जमरानी बांध के लोगों को बसाने की दिशा में प्रयास शुरू किये तो प्रशासन को उनके विरोध का सामना करना पड़ेगा। बेहड़ ने कहा कि वह हजारों लोगों के साथ इसका विरोध करेंगे और जरूरत पड़ी तो इस मुद्दें को सड़क से सदन तक लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनका जानकारी मिली है कि सरकार ने इसके लिये एक एजेंसी को नियुक्त किया है जो वहां ले-आउट तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि ले-आउट बिना स्थानीय लोगों के बना तो जमकर विरोध होगा। प्रेस वार्ता के दौरान निवर्तमान पालिकाध्यक्ष दर्शन सिंह कोली व नगर अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह मौजूद रहे।