न्यूज प्रिन्ट, काशीपुर। प्रधानमंत्री आवास योजना सबके लिए आवास (शहरी) के घटक लाभार्थी आधारित नवनिर्माण (बीएलसी-एनसी) के अंतर्गत नगर क्षेत्र के 402 लाभार्थियों को मुख्यमंत्री से प्राप्त राशि 195.80 लाख का संबंधित लाभार्थियों के खाते में हस्तांतरण कार्यक्रम महापौर दीपक बाली के करकमलों द्वारा आज यहां नगर निगम सभागार में किया गया। उक्त राशि आज शाम तक लाभार्थियों के बैंक खाते में पहुंच जाएगी। यदि किसी के खाते में राशि न पहुंचे तो नगर निगम कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
कार्यक्रम के दौरान महापौर दीपक बाली ने लाभार्थियों से अनुरोध किया कि उक्त धनराशि का उपयोग सिर्फ अपना घर बनाने में करें। दूसरे कार्यों में लगाये जाने पर धन वापिस लिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस आवास को अगले 15 वर्षों तक न कोई बेचेगा और न ही किराये पर देगा। नगर आयुक्त विवेक राय ने बताया कि कनकपुर में 1256 आवास बने हैं, इनमें 85 तैयार हो गये हैं। मानपुर में 512 में 60 तैयार हो गये हैं। गंगापुर में 585 में 80 तैयार हो गये हैं। इस अवसर पर अमर सिंह, दुर्गेश कुमार, हरपाल, कमलेश, खुश्बू, महावीर, मनोज, दिनेश, गीता व हेमलता आदि सहित 402 लाभार्थी मौजूद रहे। जिनमें से 44 लाभार्थियों मैं प्रत्येक को प्रथम किस्त के रूप में 20000 तथा 27 लाभार्थियों को प्रति लाभार्थी दूसरी किस्त के रूप में 60000 तथा 109 लाभार्थियों को तृतीय किस्त के रूप में 80000 प्रति लाभार्थी तथा चैथी किस्त के रूप में 210 लाभार्थियों में प्रत्येक लाभार्थी को 40000 और पांचवी किस्त के रूप में प्रत्येक लाभार्थी को 20000 की धनराशि खातों में भेजी गई।
इस अवसर पर महापौर दीपक बाली ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जब हाल ही में काशीपुर आए थे तो उन्होंने एक करोड़ 95 लाख 80000 रुपए का चेक नगर निगम को दिया था। इस धनराशि में से 402 लाभार्थियों को यह लाभ दिया गया है। भविष्य में भी जो लोग अपना घर न बना पाने की स्थिति में हो केंद्रीय प्रदेश सरकार उनकी भी मदद करेगी और जरूरतमंद लोग अपना आवेदन नगर निगम में करा दें।
उन्होंने कहा कि आवेदन करने के बाद लाभान्वित होने तक किसी को कोई पैसा ना दे क्योंकि इस कार्य में सरकार द्वारा मुफ्त में घर बनाने की सुविधा दी जा रही है। महापौर ने गरीबों को लाभान्वित किएजाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया।