न्यूज़ प्रिंट रुद्रपुर। जी० आर डी० इण्टरनेशनल स्कूल धौलपुर, रूद्रपुर में द्वितीय बैच कक्षा 12 के विद्यार्थियों को दी शुभकामनाएं सहित विदाई दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के चैयरमैन गुरनाम सिंह चावला, वॉयस चैयरमैन श्री सतनाम सिंह चावला, डाइरेक्टर मनविंदर सिंह, श्रीमती मनमीत कौर, प्रधानाचार्य श्री ए जे बट्सर एवं उप-प्रधानाचार्या साधना बट्सर ने संयुक्त रूप से माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कक्षा 12 के सभी विद्यार्थियों एवं समस्त सम्मानित पदाधिकारियों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। तत्पश्चात कक्षा 11 के छात्र छात्राओं ने अनेक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिनमें प्रमुख कार्यक्रम कुमाऊँनी नृत्य, फन गेमस, सोलो डांस, गिद्दा, बॉलीवुड गानों पर नृत्य, भांगड़ा आदि थे। मुख्य आकर्षण का केंद्र रैंप वॉक था, जो कक्षा 12 के छात्राओं द्वारा किया गया।
विद्यालय के चैयरमैन श्री गुरनाम सिंह चावला जी ने बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले सभी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज हम आपको विस्तृत जीवन, समाज सेवा, देश- सेवा के लिए समर्पित करते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में अवसर केवल एक बार मिलता है, हमें उसका भरपूर लाभ उठाना चाहिए। ‘परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। आपको माता- पिता के सपनों को साकार करना है। जीवन में आने वाली चुनौतियों के प्रति अभी से सजग होने की आवश्यकता है। भगवान के ऊपर एवं स्वयं पर विश्वास करना चाहिए।
प्रधानाचार्य श्री ए जे बट्सर ने सभी छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना हुए कहा कि बच्चों की अनेक खट्टी-मीठी यादें विद्यालय के साथ जुड़ी हुई है। आपकी स्मृति हमारे हृदय में सदैव बनी रहेगी। आप विद्यालय की ओर से बोर्ड परीक्षा में प्रतिभाग करने वाले द्वितीय बैच के छात्र-छात्रा हैं इसलिए आप हमारे लिए और भी विशिष्ट हैं। सफलता का एक ही मंत्र हैं स्व-अनुशासन। हमारे विद्यार्थी विद्यालय से जाने के बाद देश एवं विदेश में जीआरडी का नाम रोशन करें तथा चुनौतियों का सामना करके एक सफल और खुशहाल जीवन व्यतीत करें। सफल लोगों की कहानी के साथ-साथ असफल लोगों की कहानी को भी जरूर पढ़ना चाहिए। शिक्षा का उद्देश्य व्यक्तित्व विकास होना चाहिए। हमें सदैव तीनों की बातों का पालन करना चाहिए माता, पिता एवं गुरु इसलिए कहा गया है- पितृ देवो भवः, मातृ देव भवः, गुरु देवो भवः। हमारी शुभकामनाएं है कि आप जीवन में हर सफलता को प्राप्त करें। हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि सफलता आपके कदम चूमेगी। अध्यापक एक माली, कुम्हार और सुनार की तरह होते हैं जो सुंदर रचना हेतु कार्य करता है।
उप-प्रधानाचार्या साधना बट्सर ने सभी को शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए कहा कि यह पल खुशी एवं भावनाओं में बहने का है। ककहरा सीखने से लेकर स्कूली जीवन बिताने तक आप हमारे साथ रहे, यह स्मृतियाँ आज हमारे साथ रहेंगी। अध्यापक आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए कभी नरम तो कहीं सख्त रुख अपनाते हैं लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि आप जीवन भर विद्यालय से जुड़े रहेंगे, विद्यालय एवं परिवार का नाम रोशन करेंगे। विद्यालय का यही मूल मंत्र है कि ‘शिक्षार्थ आइए, सेवार्थ जाइए अर्थात् शिक्षा के लिए आइए और लोक कल्याण के लिए जाइए।
वॉयस चैयरमैन श्री सतनाम सिंह चावला जी ने बोर्ड परीक्षार्थियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि ये फेयरवेल नहीं है बल्कि जीवन के उद्देश्यों को प्राप्त करने हेतु यात्रा का आरम्भ है। आप सदैव विद्यालय के दिनों को याद करेंगे। विद्यालय का साथ आपके द्वारा व्यतीत किए गए दिन हमें भावुक करते हैं। उन्होंने सभी का आभार प्रकट करते हुए कक्षा 11 के बच्चों को कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु धन्यवाद दिया। अच्छे अंक अर्जित करने के लिए कठिन परिश्रम की प्रेरणा देते हुए कहा कि शैक्षिक एवं सह-शैक्षिक दोनों का ही महत्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपनी क्षमताओं पर विश्वास करें सफलता निश्चित प्राप्त होगी। सदैव दो विकल्प के साथ चलना चाहिए। आज का युग टेक्नोलॉजी का युग है टेक्नोलॉजी के सकारात्मक नकारात्मक दोनों पहलू होते हैं। हमें सदैव सकारात्मक रहना चाहिए।
अंत में प्रधानाचार्य महोदय एवं वॉइस चेयरमैन महोदय ने सभी बोर्ड परीक्षार्थियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया और हेड ब्वॉय एंड हेड गर्ल ने सभी का आभार प्रकट किया। वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत के साथ कार्यक्रम का समापन किया।