न्यूज़ प्रिंट रामनगर। प्रियंका ने कहा कि उत्तराखंड से उनके परिवार का काफी पुराना रिश्ता है। यहां पर उनके बचपन की कुछ यादें हैं, कहा कि मेरे पिता, भाई, बेटे और मैंने भी यहां से पढ़ाई की है। हमें जब भी छुट्टी मिलती, मैं अपने बच्चों के साथ यहां घूमने आती। कॉर्बेट पार्क घूमने के लिए जब मौका मिला, तब पुरानी दिल्ली स्टेशन से रात 10 बजे की ट्रेन में बैठकर आ जाती थी। आज रामनगर आने की सोचकर दिल बहुत खुश हो रहा था। रामनगर के जंगल में जो छोटा सा मंदिर है, उससे मेरी बचपन की आस्था है। सिद्धबली के मंदिर में मैं अक्सर आती थी। नवरात्रि पर आपने में यहां आने का मौका दिया। मैं अपना सौभाग्य मानती हूं कि आज मैं यहां रामनगर आई हूं।