न्यूज प्रिन्ट, रुद्रपुर – जब किसी भी राजनीतिक दल का परिवार लगातार बढ़ता जाता है तो परिवार के लोगों की महत्वाकांक्षाएं भी आसमान को छूने लगती हैं। भारतीय जनता पार्टी में इन दिनों यही देखने को मिल रहा है, क्योंकि लोकसभा चुनाव अब लगभग समाप्त हो चुका है और रुद्रपुर नगर निगम चुनाव अपना जोर पकड़ता जा रहा है, ऐसे में भाजपा के परिवार के लोगों की मेयर पद की दावेदारी या बढ़ती जा रही हैं। इसी कड़ी में आज एक युवा चेहरे धीरेंद्र मिश्रा टिंकू ने भी मेयर पद पर अपना दावा ठोंक दिया है। पारिवारिक रूप से धीरेंद्र मिश्रा की पृष्ठभूमि जनसंघ से जुड़ी हुई है इनके पिता दीनदयाल मिश्रा अपने समय में राजनीति में खासे सक्रिय रहे और छात्र संघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी के लिए उन्होंने अनेक वर्ष तक अपना योगदान दिया। अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए धीरेंद्र मिश्रा ने उच्च शिक्षा प्राप्त कर व्यापार में अपना रुख किया और साथ ही राजनीति में भी धीरे-धीरे समाहित होते गए ।उनका एक मूल उद्देश्य रहा कि सामाजिक व संगठन के हित में कार्य करना। धीरेंद्र मिश्रा का राजनीतिक कार्य वर्ष 2002 से प्रारंभ हुआ, जब वह भाजपा युवा मोर्चा के ब्लॉक महामंत्री बने, वर्ष 2005 में वह ब्लॉक अध्यक्ष बने, 2008 में वह बेरोजगार प्रकोष्ठ के जिला प्रभारी और 2011 में युवा मोर्चा के जिला मंत्री तथा 2014 में जिला उपाध्यक्ष पद पर

कार्यरत रहे। धीरेंद्र मिश्रा 2014 लोकसभा चुनाव में रुद्रपुर विधानसभा युवा मोर्चा के संयोजक नियुक्त किए गए, जहां उन्होंने युवाओं को जोड़ने का कार्य किया। वर्ष 2016 में मिश्रा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष 2019 में जिला महामंत्री पद पर मनोनीत हुए। 2022 में खटीमा चुनाव के लिए उन्हें किसान मोर्चा का प्रभारी नियुक्त किया गया जहां उन्होंने खटीमा विधानसभा के किसानों से संवाद कर भाजपा से जोड़ने के लिए प्रेरित किया। वर्ष 2023 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा का जिला अध्यक्ष मनोनीत किया गया। किसान मोर्चा का जिला अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने क्षेत्र के किसानों को भाजपा की रीति से अवगत कराया और मेरी माटी मेरा देश जैसे सफल कार्यक्रम को आयोजित कराया। इस लोकसभा चुनाव में उन्हें समस्त प्रकोष्ठों का जिला संयोजक नियुक्त किया गया ।धीरेंद्र मिश्रा ने बताया कि वह समाज संगठन व राजनीतिक रूप से किसी भी उत्तरदायित्व का निर्वहन करने के लिए सदैव तत्पर हैं और निर्धारित समय से पूर्व कार्य को संपन्न कराना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि संगठन का सिद्धांत जहां अपेक्षित वहां उपस्थित इसी मूल मंत्र को लेकर वह सदैव कार्य करते हैं ओर करते रहेंगे।
