न्यूज़ प्रिंट रुद्रपुर। नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारे में कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या से जिलेभर में हड़कंप मच गया। गुरुवार सुबह दो बाइक सवार हमलावरों ने उनपर तबाड़तोड़ फायरिंग कर दी। अचानक हुई फायरिंग के बाद उनको खटीमा के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। जानकारी के अनुसार गुरुवार की सुबह बाबा तरसेम सिंह गुरुद्वारे के बाहर कुर्सी पर बैठे थे। तभी अचानक दो बाइक सावर वहां आये और पीछे बैठे व्यक्ति ने उनपर फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग जमा हुये तो हमलावर फरार हो गये। लोगों ने लुहलुहान अवस्था में बाबा तरसेम सिंह को खटीमा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उनके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। उधर, डीआईजी योगेंद्र रावत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने मौके का निरीक्षण किया। घटना की जांच के लिये एसआईटी टीम को गठित कर दिया गया है। बता दें कि बाबा तरसेम सिंह नानकमत्ता गुरुद्वारा के कार सेवा प्रमुख थे और वर्षों से वह अपनी सेवाएं दे रहे थे। इस प्रकार से उनकी हत्या होने से इलाके में हड़कंप मच गया है। बड़ी संख्या में लोग गुरुद्वारा नानकमत्ता भी पहुंच रहे हैं।
तीन सेकेंड में मारी दो गोली
रुद्रपुर। बाबा तरसेम सिंह हत्या करने वालों ने वारदात को केवल तीन सेकेंड में ही अंजाम दे दिया। पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी है। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार बाइक पर सवार पीछे बैठे व्यक्ति ने राइफलनुमा बंदूक से तीन सेकेंड में दो गोली मारी हैं। जिससे बाबा तरसेम सिंह की मौत हुई है।
फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम पहुंची
घटना के बाद मौके पर फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम पहुंच गयी है। टीम के द्वारा घटनास्थल से सबूत इकठ्ठा किये जा रहे हैं। वहीं, डीआईजी योगेंद्र रावत ने जांच के लिये एसआईटी टीम को भी गठित कर दिया है।
19 मार्च से सराय में टिके थे हमलावर
रुद्रपुर। हमलावर नानकमत्ता गुरुद्वारे की सराय में 19 मार्च से ठहरे थे। उन्होंने सराय में रुकने के लिये अपना आधार कार्ड भी दिया था। सराय से उनका आधार कार्ड, हेल्थ कार्ड व जूते बरामद हुये हैं।
हमलावर की आईडी पंजाब की, पुलिस को फर्जी होने की आशंका
रुद्रपुर। पुलिस को गुरुद्वारा सराय से हमलावर का जो आईडी आधार कार्ड बरामद हुआ है। उसमें उसका नाम सरबजीत सिंह निवासी मियां मिठ्ठू तरन तरण पंजाब लिखा है। लेकिन पुलिस को आईडी के फर्जी होने की आशंका है। इस पर एसटीएफ टीम को पहचान साबित करने के लिये लगाया गया है। पुलिस ने सराय के कमरे को सील कर दिया है।
अपराधियों का चल रहा स्वर्णिम काल : यशपाल
कांगे्रस विधायक एवं नेताप्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने बाबा तरसेम सिंह की हत्या पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में डेरा प्रमुख भी सुरक्षित नहीं है। यह हत्या बाबा तरसेम सिंह की ही नहीं बल्कि कानून व्यवस्था की भी हत्या हुई है। उन्होंने कानून व्यवस्था को एकदम ध्वस्त बताया है। कहा कि इस समय अपराधियों की स्वर्णिम काल चल रहा है।
एसएसपी को हटाने की मांग
किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने नानकमत्ता पहुंच हत्या की निंदा की है। उन्होंने कहा कि उधम सिंह नगर में कानून व्यवस्था चौपट है। अपराधियों के हौसले बुलंद है। उन्होंने उधम सिंह नगर के एसएसपी को हटाने की मांग भी की है।
बाबा को पहले मिली थी जान से मारने की धमकी
रुद्रपुर। बाबा तरसेम सिंह को जान से मारने की धमकी पहले मिल चुकी थी। डेरा प्रबंधक की तहरीर पर पुलिस ने मुकद्मा भी दर्ज किया था। धार्मिक डेरा कार सेवा के प्रबंधक चरनजीत सिंह पुत्र दिलीप सिंह ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर बताया था कि 17 जुलाई को सोशल मीडिया के फेसबुक अकाउंट पर जगीर सिंह जख्मी ने डेरे के जत्थेदार बाबा तरसेम सिंह के गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब की प्रबंधक कमेटी में हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए पोस्ट डाली थी। पोस्ट को शेयर करते हुए परमजीत सिंह खालसा ने बाबा जी की फोटो लगाकर उनको जान से मारने की धमकी दी। प्रबंधक चरनजीत सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व डेरा कार सेवा अलग-अलग संस्थाएं हैं। बता दें कि इस मामले में थानाध्यक्ष देवेंद्र गौरव ने नामजद आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। वहीं, उनकी हत्या के बाद पूरे प्रकरण को गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।