जिलाधिकारी ने अधिकारियों संग की समीक्षा बैठक, बच्चों के 100% टीकाकरण के निर्देश
बागेश्वर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत मीजल्स (खसरा) और रुबेला के उन्मूलन को लेकर जनपद बागेश्वर में व्यापक तैयारी की जा रही है। इसी क्रम में जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने बुधवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ कलक्ट्रेट सभागार में बैठक कर अभियान की रूपरेखा और रणनीति पर विस्तृत चर्चा की।
जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे आपसी समन्वय के साथ कार्य करें, ताकि कोई भी लक्षित बच्चा टीकाकरण से वंचित न रह जाए। उन्होंने अभियान की सघन निगरानी, जनजागरूकता और माईक्रो प्लानिंग पर विशेष बल देते हुए कहा कि वर्ष 2026 तक मीजल्स और रुबेला का पूर्ण उन्मूलन लक्ष्य है, जिसे समयबद्ध ढंग से प्राप्त करना हम सभी की जिम्मेदारी है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आदित्य तिवारी ने बताया कि जनपद में यह विशेष टीकाकरण अभियान तीन चरणों में चलाया जाएगा।
- प्रथम चरण: 21 से 29 जुलाई
- द्वितीय चरण: 19 से 29 अगस्त
- तृतीय चरण: 18 से 29 सितंबर
इन चरणों के दौरान जिले में 251 एम.आर. डोज से वंचित बच्चों को चिन्हित कर टीकाकरण किया जाएगा। इसके अंतर्गत हाई-रिस्क एरिया, घुमंतू जनसंख्या, शहरी बस्तियों और दूरस्थ इलाकों में रहने वाले लेफ्ट आउट व ड्रॉप आउट बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी।
टीकाकरण कार्यक्रम की निगरानी यू-विन पोर्टल (U-WIN) के माध्यम से की जाएगी ताकि वास्तविक समय पर आंकड़ों की मॉनिटरिंग हो सके।
बैठक में अपर जिलाधिकारी एन.एस. नबियाल, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, मुख्य चिकित्साधिकारी अनुपमा ह्यांकि, जिला शिक्षा अधिकारी विनय कुमार आर्या, डॉ. प्रमोद जंगपांगी, डॉ. दीपक कुमार, जिला कोल्ड चेन मैनेजर अंकित भटनागर, सहित स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने अंत में कहा कि यह अभियान केवल स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर विभाग और समुदाय की भागीदारी से ही सफल हो सकता है। सभी अधिकारी और कर्मचारी सुनिश्चित करें कि प्रत्येक बच्चे तक टीके पहुंचें और हम एक स्वस्थ, सुरक्षित भविष्य की नींव रख सकें।
