न्यूज़ प्रिंट रुद्रपुर – काशीपुर बायपास सड़क के चौड़ीकरण के मामले को लेकर आज याचिकाकर्ता और प्रज्ञा द औथ फाउंडेशन के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पत्रकार वार्ता की। उन्होंने कहा कि सड़क चौड़ीकरण के मामले में नेता जनता को भ्रमित कर रहे हैं काशीपुर बायपास रोड से दोनों तरफ 75-75 फीट ही अतिक्रमण हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर को जाम मुक्त करने और जनहित को लेकर उन्होंने न्यायालय में 8 याचिकाएं दायर कर रखी हैं। जिसमें काशीपुर बायपास रोड चौड़ीकरण का आदेश आ चुका है, लेकिन शासन प्रशासन के दबाव के चलते इसे स्थगित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों विधायक ने व्यापारियों से वार्ता की और 60 फुट अतिक्रमण हटाए जाने का आश्वासन दिया लेकिन वह मात्र शिगुफा है। उन्होंने कहा कि मानचित्र के आधार पर सड़क के दोनों तरफ 75-75 फीट ही अतिक्रमण हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्य बाजार में भी अतिक्रमण हटाया गया जिसको लेकर भी राजनीति की गई ।श्री चौधरी ने कहा कि सड़कों के चौड़ीकरण ना होने का कारण राजनीतिक दल हैं। जिन लोगों ने 50 साल से जमीन पर कब्जा कर रखा है क्या उनसे कब्जा मुक्त करना गलत है। उन्होंने कहा कि राजनीति के चलते यह मामला लगातार लंबा होता जा रहा है। इसको लेकर अब वह सुप्रीम कोर्ट की भी शरण लेंगे। याचिकाकर्ता चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार लैंड जेहाद का विरोध करती है ऐसे में जिन लोगों ने आम जनता की भूमि पर कब्जा कर रखा है क्या वह लैंड जेहाद नहीं है। उन्होंने कहा कि काशीपुर बायपास के अलावा उन्होंने शहर के अलग-अलग स्थान के लिए सात और भी याचिकाएं दायर कर रखी हैं। जिसमें किच्छा बायपास रोड ,गुरु नानक स्कूल के समीप नाले के पास से प्रिंस होटल से होते हुए कल्याणी नदी, सिविल लाइन स्थित डॉक्टर कॉलोनी की दोनों सड़के जिस 50-50 फुट अतिक्रमण किया जा चुका है। इसके अलावा अंगद देव परिसर से लेकर डीडी चौक और बस अड्डे से लेकर अटरिया मोड तक शामिल है। उन्होंने कहा कि शहर को अतिक्रमण मुक्त करने का उनका यह अभियान जारी रहेगा।
