सीओ सिटी के समझाने पर खत्म हुआ धरना, राठौर ने लगाए गंभीर आरोप
न्यूज प्रिन्ट, किच्छा। रविवार रात वार्ड नंबर छह में स्थित एक मेडिकल स्टोर में कुछ लोगों ने घुसकर दुकानदार की पिटाई कर दी। देखते ही देखते मामला हिंसक झड़प में तब्दील हो गया। एक पक्ष की ओर से फायरिंग की गई, जिसमें तीन लोग घायल हो गए। घटना के विरोध में भाजपा नेता श्रीकांत राठौर की अगुवाई में लोगों ने कोतवाली में धरना दिया, जिसे पुलिस ने बल प्रयोग कर हटाया। श्रीकांत राठौर ने कोतवाली प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनको हटाने की मांग की है। वार्ड 6/11 निवासी पूरन राठौर ने बताया कि कुछ लोग उनकी दुकान में घुसे और मारपीट करने लगे। इसी दौरान फायरिंग हुई, जिसमें वह और दो अन्य घायल हो गए। वारदात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना के बाद वार्ड नंबर छह के लोग भाजपा नेता श्रीकांत राठौर के नेतृत्व में कोतवाली पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
राठौर ने आरोप लगाया कि हमलावरों की शिकायत पहले भी पुलिस से की गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि गिरफ्तारी तक आंदोलन जारी रहेगा। राठौर ने पुलिस पर एक नेता के दबाव में उनकी शिकायत को अनसुना करने का भी आरोप लगाया है। धरने के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी बहस भी हुई। कोतवाल धीरेन्द्र कुमार और श्रीकांत राठौर के बीच भी कहासुनी हुई। मौके पर पहुंचे सीओ बीएस धौनी ने माहौल शांत कराने की कोशिश की, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को कोतवाली परिसर से बाहर कर दिया। कोतवाली के बाहर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है और मुख्य गेट पर बेरिकेडिंग कर दी गई है।
सीओ बीएस धौनी ने बताया कि तहरीर पर दिनेश दिला, चंद्रप्रकाश, अभिषेक, नन्ना उर्फ रमपुरिया, मोनू कश्यप, दीपक, सचिन ठाकुर, तुषार, रवि ठाकुर और एक अन्य के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। भाजपा नेता राठौर अपने समर्थकों के साथ कोतवाली के बाहर धरने पर बैठे थे। हालांकि, सीओ सिटी ने धरनास्थल पर पहुंच उनको समझाया। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने राठौर के आरोपों की जांच के लिए एक सप्ताह का वक़्त मांगा। निष्पक्ष जांच और आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आश्वासन के बाद राठौर ने धरना समाप्त कर दिया है।