न्यूज़ प्रिंट,देहरादून। पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ की सदस्यता समाप्त करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी से मुलाकात की है। पूर्व विधायक शुक्ला ने तीन पन्नों का ज्ञापन विधानसभा अध्यक्ष खंडूरी को सौंपते हुए विधायक बेहड़ पर दलित व पिछड़ी जाति के विरोधी होने का आरोप लगाया है। यही नहीं, पूर्व विधायक ने बेहड़ पर अपने विशेषाधिकार का दुरुपयोग करते हुए पिछड़ी जाति की युवती के परिवार पर गलत मुकदमा दर्ज करने का दबाव बनाने करने का भी आरोप लगाया है। इस संबंध में पूर्व विधायक शुक्ला ने देहरादून में प्रेस कर विधायक तिलक राज बेहड़ की विधानसभा की सदस्यता समाप्त कर विधिक कार्यवाही की मांग की है। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी को दिए ज्ञापन में पूर्व विधायक शुक्ला ने कहा कि किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ के द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर पिछड़ी जाति की युवती के साथ छेड़छाड़ एवं बलात्कार की कोशिश करने वाले आरोपियों के साथ खड़े होकर पीड़ित युवती के परिवार पर मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि विधायक ने धरना देकर मुकदमा दर्ज करवाने तथा उनके रिश्तेदारों द्वारा एक दलित युवक की हत्या करने की घटना पर सदन के पटल पर झूठी बयानबाजी कर पूरे सदन व प्रदेश की जनता को गुमराह किया है। पूर्व विधायक ने कहा कि क्षेत्र में अपराधियों का एक ग्रुप बनाकर उनके अपराधों पर जब पुलिस कार्रवाई करती है तो विधायक तिलक राज बेहड़ पुलिस एवं सरकार के विरुद्ध झूठ फैला कर एक माहौल बनाते हैं और अपने अपराधियों को बचाने का काम करते हैं।
यही नहीं, ईमानदारी से काम करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध शासन में एवं विधानसभा के अंदर झूठ का सहारा लेते हुए अपने विशेषाधिकार का भारी दुरुपयोग करते हैं। कहा कि बेहड़ के एक बेहद करीबी कार्यकर्ता ने एक चालक से रिद्धि सिद्धि कंपनी में जा रही कुंतलों की मक्का को लूट और उसके बाद उसे अकेले में ले जाकर नगदी भी लूटी इस पर कार्रवाई हुई तो बेहड़ ने विधायक पद का दुरुपयोग कर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधम सिंह नगर एवं किच्छा कोतवाल पर दबाव बनाकर कार्रवाई के विरुद्ध पुलिस व सरकार को बदनाम करने की कोशिश की। शुक्ला ने कहा कि एक ओर कांग्रेस संविधान बचाने एवं जाति जनगणना का राग अलाप रही है। वहीं, दूसरी ओर उसके विधायक तिलक राज बेहड़ संविधान में प्रदत्त विधायक की शक्ति का दुरुपयोग कर एक पिछड़ी जाति की पंतनगर निवासी युवती से छेड़छाड़ एवं बलात्कार के प्रयास के बावजूद आरोपित परिवार के साथ खड़े होकर पीड़ित परिवार पर ही समझौते का दबाव बनाकर मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उक्त पीड़ित लड़की ने आत्महत्या कर सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र भी किया, इसके बावजूद विधायक बेहड़ आरोपियों के पक्ष में धरना देकर मृतक के परिवार पर ही झूठा मुकदमा दर्ज कर रहे हैं। कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष एवं राष्ट्रीय नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को इस बात का संज्ञान लेकर इन्हें कांग्रेस से निष्कासित करना चाहिए। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य से भी सवाल किया कि उनके जनपद उधम सिंह नगर में 19 वर्ष के दलित युवक सन्नी सिंह पुत्र बलदेव सिंह की रहस्यमयी हत्या जिस पर आरोपी विधायक बेहड़ का रिश्तेदार होने के कारण उनके दबाव में सही मुकदमा नहीं दर्ज हुआ के मामले को सदन के पटल पर बच्चों का खेल बताने वाले कांग्रेस विधायक के विरुद्ध क्यों नहीं बोलते? शुक्ला ने कहा कि विधायक बेहड़ के संरक्षण में उधम सिंह नगर में हत्या, लूट, बलात्कार, कबूतरबाजी, खनन तथा अन्य अपराधों में उनके समर्थक लगे हुए हैं। बिल्डर एवं कॉलोनाइजर के विरुद्ध बयानबाजी कर फिर उनके लोगों से रुपए की मांग की जाती है। ऐसे में अधिकारी उनके विरुद्ध जाने से घबरा रहे हैं क्योंकि सदन में झूठ बोलकर वह अपने अपमान की झूठी कहानी बात कर इन अधिकारियों को दबाव में लेने की कोशिश करते हैं। इससे साफ है कि उनके द्वारा संविधान का मजाक उड़ाया जा रहा है। शुक्ला ने कहा कि इन घटनाओं से कांग्रेस का दलित, पिछड़ा व महिला विरोधी होने का चेहरा भी उजागर होता है तथा पूरे प्रदेश में कांग्रेस का असली चेहरा जनता के सामने आ रहा है। शुक्ला ने कहा कि उन्होंने पंतनगर थाने में पीड़िता के भाई पिता एवं रिश्तेदार पर लगाए गए झूठे मुकदमे के बारे में डीजीपी अभिनव कुमार से बात कर जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी पूरे मामले से उनको आश्वासन मिला है।