न्यूज़ प्रिंट नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चार डायरेक्टर और अध्यक्ष के खिलाफ दर्ज मुकदमा को लेकर सिख संगत में भारी रोष। पिछले दिनों में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चार डायरेक्टर और प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार हरबंस सिंह चुघ के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों के खिलाफ आज रुद्रपुर के गुरुद्वारे में तराई सिख महासभा, सिख संगठन, वीर खालसा दल रामपुर, खालसा परिवार रुद्रपुर, गुरु नानक सेवक दल बाजपुर और इलाके की संगत पहुंची। तराई सिख महासभा के अध्यक्ष प्रीतम सिंह संधू ने बताया कि जब से 2016 से गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी दोबारा से होंद में आई है तब से नानकमत्ता साहिब में अवैध रूप से बैठ कर सेवा के डेरेदार तरसेम सिंह का गुरुद्वारा पर जो नाजायज एकाधिकार था, वह खत्म हो गया है जिसकी वजह से वह लाखों संगतों द्वारा चुनी गई गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को सुचारू रूप से कार्य नहीं करने दे रहा है वर्ष 2008 से ही की नानकमता गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी के हेतु के लिए तराई सिख महासभा की तरफ से चलाए जा रहे संघर्ष के कारण डेरे दार तरसेम सिंह द्वारा महासभा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं पर भी झूठे मुकद्दमे करवाए गए। उपरांत 2016 से 2022 तक जो कमेटी थी उसमें भी प्रबंधक कमेटी के महासचिव प्रीतम सिंह संधू और सचिव केहर सिंह व अन्य कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज करवा दिए गए थे और यह सिलसिला मौजूदा प्रबंधक कमेटी में भी बदस्तूर जारी है। इसके पीछे उसका मकसद यह है कि प्रबंधक कमेटी सही से न चले और रिसीवर को बैठाया जा सके। आज की एकत्रता में सभी संगठनों और पहुंची संगत ने तय किया कि की सारी संगत को इसके लिए जागरूक होना पड़ेगा और जब तक गुरुद्वारा साहिब को अनैतिक शक्तियों से आजाद न करवा लिया जाए तब तक दोबारा से आंदोलन की राह पकड़नी पड़ेगी। और नानकमता साहिब में गुरदवारे की प्रॉपर्टी को तरसेम सिंह ने अपने ट्रस्ट में अवैध रूप से कब्जे में कर के रखा हुआ है। इसके लिए भी आज की एकत्रता ने फैसला किया कि जब तक कि गुरद्वारे की संपत्ति और गुरद्वारे वापिस नही होंगे, तब तक हर संभव प्रयास किया जाएगा। डेरा कार सेवा नानकमत्ता साहिब द्वारा जो चिट्ठी उनके ऑफिशल फेसबुक पेज पर जारी की गई है जिसमें बाबा तरसेम सिंह द्वारा कहा गया है कि यदि किसी को भी मेरे से दिक्कत है तो वह कार सेवा के जत्थेदार बाबा बचन सिंह जी से जाकर बात कर लें तो किंतु हमें जो बताया जाता है कि बाबा बचन सिंह जी कहते हैं कि तरसेम सिंह उनकी नही मानते और तरसेम सिंह से सीधी बात की जाए और तरसेम सिंह कहता है कि बाबा बचन सिंह जी से बात करें। आज की एकत्रता में यह भी विचार किया गया यदि तरसेम सिंह अपने कृत्यों से बाज नहीं आता है तो एक बार फिर से दिल्ली में बंगला साहिब गुरुद्वारे में मौजूद कार सेवा के मुख्यालय डेरे के बाहर जाकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा और बाबा बचन सिंह जी से इस बारे में विचार विमर्श किया जाएगा। कुछ समय पहले भी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार हरबंस सिंह चौक के द्वारा एक चिट्ठी जारी की गई थी जिसमें उन्होंने बताया था कि तरसेम सिंह के गुट के डायरेक्टरों ने गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के नवीनीकरण पर भी हस्ताक्षर नहीं किए थे तो क्या यह भी आपके संज्ञान में है? बाद में संगत के दबाव से उन्होंने नवीनीकरण पर हस्ताक्षर किए। तरसेम सिंह के दबाव में प्रशासन के द्वारा भी किए जा रहे झूठे और फर्जी मुकदमों के कारण सारे सिख समाज की छवि धूमल हो रही है और हम आशा करते हैं कि शासन और प्रशासन, सिख समाज का सम्मान करते हुए नाजायज केसों को खत्म करेगा और सिख समाज को सम्मान देने का कार्य करेगा। आज की एकत्रता में रुद्रपुर, नानकमता साहिब, सितारगंज, गदरपुर, बाजपुर, काशीपुर, बंडा, हल्द्वानी, शाहजहांपुर, बिलासपुर, किच्छा आदि से प्रीतम सिंह संधू, संतोख सिंह रंधावा, जागीर सिंह जख्मी, सलविंदर सिंह कलसी, अमरजीत सिंह विर्क, शिवदेव सिंह, सतनाम सिंह, प्रभजीत सिंह, जोगिंदर सिंह, दर्शन सिंह मलंगी, हरभजन सिंह, सूरत सिंह, गुरमेज सिंह, परगट सिंह, मंजीत सिंह, कुलदीप सिंह, परमजीत सिंह, दर्शन सिंह, जरमनजीत सिंह, जसबीर सिंह उप्पल, दिलबाग सिंह, महकराज सिंह आदि सैकड़ों लोग उपस्थित थे।