किच्छा। सिरौली क्षेत्र में सफाई कर्मचारी अरुण पर हुए हमले के विरोध में कार्य बहिष्कार कर रहे पर्यावरण मित्रों ने फिलहाल अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है। बुधवार को देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के बैनर तले आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया। आंदोलनरत कर्मचारियों को पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने दूरभाष पर वार्ता कर मामले में संतोषजनक कार्रवाई का भरोसा दिलाया, साथ ही नगर पालिका प्रशासन की ओर से भी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया गया।
बैठक में वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि यदि जल्द आरोपित के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई और अन्य मांगों पर ठोस पहल नहीं हुई, तो आंदोलन दोबारा शुरू किया जाएगा। बता दें कि बीते सोमवार को शेखुपुर बहेड़ी निवासी सफाई कर्मचारी अरुण पर सिरौली क्षेत्र में पानी भरने को लेकर हुए विवाद में इकबाल नामक युवक द्वारा जातिसूचक गालियां देने और धारदार हथियार से जानलेवा हमला किए जाने का आरोप है। पीठ और सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण अरुण को बरेली रेफर किया गया था। इस घटना के बाद नगर पालिका प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई न होने से कर्मचारियों में रोष व्याप्त था। पर्यावरण मित्रों ने चार सूत्रीय मांगें रखी थीं, जिनमें आरोपी इकबाल की संपत्ति को जब्त कर घायल अरुण के इलाज के लिए आर्थिक सहायता देना, अरुण की पत्नी को तत्काल नगर पालिका में नौकरी देना, पालिका क्षेत्र के लिए एक स्थायी निजी एंबुलेंस की व्यवस्था करना और कर्मचारियों के साथ हो रहे भेदभाव व हिंसा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर सख्ती बरतना शामिल था। संघ पदाधिकारियों का कहना है कि सफाई कर्मियों की सुरक्षा और गरिमा से समझौता अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेताया कि यदि आश्वासन के अनुरूप समयबद्ध कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को फिर से शुरू किया जाएगा।
बैठक में भाजपा अनुसूचित मोर्चा के जिला महामंत्री नितिन चरन, संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष कल्लू चरन, जिला अध्यक्ष विनोद कुमार, शाखा अध्यक्ष कैलाश वाल्मीकि, राकेश वाल्मीकि, मनोहर लाल, श्याम बाबू, मुकेश, माईकल, राजू, विवेक चरन, अरुण कुमार, सचिन चरन, सिलास दास, धीरज लाल, राजेश वाल्मीकि, विमल, प्रदीप कुमार, रमेश, साहुल दास, राजेंद्र, चंद्रपाल, सूरज, बीना, रजनी, सुंदरी, सपना, राजों, शकुंतला समेत दर्जनों कर्मचारी मौजूद रहे।
