न्यूज़ प्रिंट रुद्रपुर। किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने पूर्व विधायक राजेश शुक्ला पर भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने के लिये विधानसभा अध्यक्ष के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन वह उनके विशेषाधिकार के हनन की शिकायत सदन में जरूर करेंगे। दरअसल, पूर्व भाजपा विधायक राजेश शुक्ला ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र देकर अधिकारियों पर दबाव बनाने का आरोप कांगे्रस विधायक बेहड़ पर लगाया था। इस खबर के मीडिया में आने के बाद गुरुवार को किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने रुद्रपुर में कहा कि पूर्व विधायक भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उधम सिंह नगर में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से भ्रष्ट है, अधिकारी बेलगाम हैं। अधिकारियों के द्वारा विधायका का अपमान किया जा रहा है। बताया कि उनके विभिन्न पत्रों को बिना किसी कार्रवाई के मूल रूप के अधिकारियों द्वारा वापस किया गया है। ऐसे में अब वह इसकी शिकायत विधानसभा के पटल पर करने जा रहे हैं। जिस पर पूर्व विधायक इन अधिकारियों की पैरवी पहले से करने में लग गये हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक अधिकारियों पर दबाव बनाते हैं। उनके पास हाथ-पांव तोडऩे वाली टीमें हैं। कहा कि पूर्व विधायक को विकास के कामों में प्रतिस्पर्धा करनी चाहिये, लेकिन नहीं। पंतनगर विश्वविद्यालय के सदस्य रहते हुये उन्होंने वहां के विकास की चिंता नहीं की। आज तमाम विकास कार्य कराए जा रहे हैं। जन्मदिन पर मुख्यमंत्री ने तीन घोषणाएं की जो पूर्व विधायक को पच नहीं रही हैं। बेहड़ ने कहा कि वह किसी से डरने वाले नहीं हैं, अभी हराया है आगे के लिये भी तैयार रहे। दस साल तो विधानसभा भूल जाएं। उन्होंने अधिकारियों को सुधर जाने की नसीहत दी है।
झूठ मत बोलिये : शुक्ला
पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने विधायक बेहड़ के बयान पर कहा कि जीत का इतना अभिमान न करें, आप भी तीन बार हार चुके हैं। आने वाले चुनाव में दो-दो हाथ करेंगे। फिलहाल, झूठ बोलना बंद करें। जनता के हितों पर ध्यान दें नाकि अपने इलाज के पैसों के लिये विधानसभा…। कहा कि जब आप मंत्री थे तो सबको पता है कि आपके लोग किस प्रकार अधिकारियों पर दबाव बनाकर उनसे महीना वसूलते थे। यह मोदी-धामी का समय है। अब वसूली नहीं चलेगी। इसलिये ही आप बौखला रहे हैं। कहा कि भाजपा में आने की आपकी छटपटाहट साफ दिख रही है, इतना ही शौक है तो इस्तीफा देकर क्यों नहीं आ जाते। छिप-छिप कर क्यों मिल रहे हैं? कहा कि जिन तीन घोषणाओं का जिक्र कर रहे हैं वो सभी पहले से हो चुकी हैं, तो जन्मदिन के दिन तो झूठ मत बोलिये।