न्यूज प्रिन्ट, रुद्रपुर। भाकपा(माले) की बैठक में प्रदेश में लगातार हो रही महिला यौन उत्पीडऩ की घटनाओं पर चिंता जताई और महिला यौन अपराधों और सांप्रदायीकरण रोकने में नाकाम प्रदेश के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की।
हेड मास्टर निशान सिंह भवन में हुई भाकपा (माले) की बैठक में आयोजित हुई। बैठक को संबोधित करते हुए जिला प्रभारी कॉमरेड केके बोरा ने कहा कि आए दिन जिले सहित पूरे प्रदेश में लगातार हो रही महिला यौन उत्पीडऩ के मामलों ने समाज को झकझोर दिया है।

सल्ट, लालकुआं, रुद्रपुर में सत्ताधारी भाजपा के नेता पॉक्सो एक्ट में यौन उत्पीडऩ के आरोपी हैं। उनकी गिरफ्तारी भी बड़ी मुश्किल से जन दवाब में हुई है। नैनीताल में हुई यौन उत्पीडऩ की घटना में दोषी को सजा दिलाने और पीडि़ता को न्याय दिलाने के बजाए सत्ता संरक्षित सांप्रदायिक तत्वों ने नैनीताल शहर में तोड़-फोड़ और अराजकता फैलाने का काम ही किया। जिसके दुष्परिणाम वहां व्यापार चौपट होने के रूप में दिखा।

रुद्रपुर शहर में भी ऐसी अराजकता देखने को मिली जिसमें कुछ अराजक गुंडा तत्व कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए खुद ही पुलिस बनकर खुलेआम अल्पसंख्यक दुकानदारों को डराते धमकाते रहे। लेकिन सत्ता संरक्षण पाए हुए उन अराजक तत्वों पर अभी तक कोई कानूनी कार्यवाही नहीं हुई। प्रदेश के मुखिया पुष्कर धामी खुद ही अल्पसंख्यक द्वेषी भाषा का इस्तेमाल रोज अपने भाषणों में करते आ रहे हैं। महिला नेता अनिता अन्ना ने कहा कि नैनीताल की घटना के बाद हल्द्वानी और रुद्रपुर में भी नाबालिग बच्चियों के साथ यौन उत्पीडऩ की घटनाएं सामने आई हैं और बदस्तूर आना जारी हैं।

शासन– प्रशासन को इन अपराधों को रोकने के रास्ते खोजने चाहिए। अपराधों को रोकने के लिए पर्याप्त पुलिस बल नहीं होने से अपराधों में नियंत्रण और तीव्र कार्यवाही नहीं हो पा रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री को धाकड़ धामी जैसी उपमाओं से अपनी पीठ खुद ही थपथपा रहे हैं। महिला अपराधों को रोकने में नाकाम मुख्यमंत्री को तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

बैठक में जिला सचिव ललित मटियाली, वरिष्ठ नेता निशान सिंह, जगजीत कौर, प्रकाश चिलवाल, करण सिंह, उपेन्द्र कुर्मी, दिनेश सिंह, हरीश सिंह, केशव मौर्य, यशपाल सिंह, शैलेन्द्र सिंह, रामानंद आदि मौजूद थे।