किच्छा कोतवाल को लेकर कांग्रेस विधायक और पूर्व विधायक की लड़ाई आज जिला मुख्यालय पहुंच गयी। दोनों नेताओं ने पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों के साथ जिला प्रशासन के सामने डेरा जमाया। जहां कांग्रेस विधायक ने किच्छा कोतवाल को हटाने की मांग करते हुये एसएसपी कार्यालय पर हंगामा किया तो वहीं, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने विधायक बेहड़ पर भूमाफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुये उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग की। शुक्ला ने कलेक्ट्रेट के बाहर सत्याग्रह आंदोलन किया। इस दौरान दोनों बड़े नेताओं ने एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाए। वहीं, सूत्रों की माने तो एसएसपी कार्यालय के बाहर कुछ कांगे्रस नेताओं की जेब काटने के मामले भी सामने आए हैं। हालांकि, कैमरे के सामने नेता ऐसा कहने से बचते दिखे। फिलहाल, खबर लिखे जाने तक कांग्रेसियों का धरना जारी था।
पूर्व विधायक शुक्ला ने उठाई किच्छा विधायक की सदस्यता रद्द करने की मांग
किच्छा के पूर्व विधायक ने कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ पर भूमाफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुये विधायक की सदस्यता रद्द करने की मांग की है। उन्होंने राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन एडीएम पंकज उपाध्याय को सौंपा है।

दिये ज्ञापन में कहा कि कांगे्रस विधायक बेहड़ अपने पद का दुरुपयोग कर आपराधिक गतिविधियों में लिप्त भू-माफियाओं, खनन माफियाओं, हिस्ट्रीशिटरों एवं जघन्न मामलों में आदतन अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं। यही नहीं, विधायक पुलिस द्वारा कार्यवाही करने पर जबरन दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी बात न मामने वाले अधिकारियों को सार्वजनिक रूप से धमकाया जा रहा है।
क्या है सरवरयार खां का मामला?

पूर्व विधायक के अनुसार ग्राम दरऊ में हाजी सरवरयार खां ने लंबे वक्त से सरकारी भूमि पर कब्जा किया हुआ है। कब्जा की गयी बंजर भूमि, चक रोड एवं शत्रु संपत्ति पर जिसमें ३० एकड़ पर गौशाला बनाने का प्रस्ताव जिला प्रशासन द्वारा शासन को भेजा गया है, उसे पुन: कब्जा किया गया है। उन्होंने प्रशासन से उक्त भूमि को तत्काल कब्जामुक्त कराने की मांग की है।
लाइसेंस निरस्त करने की भी मांग
पूर्व विधायक ने कहा कि हाजी सरवरयार खां के द्वारा हथियारों से लैस होकर गफ्फार खां पर हमला किया गया, ऐसे में उनके हथियार के लाइसेंस को निरस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि विधायक बेहड़ के द्वारा ठेकेदारों और कारोबारियों से वसूली की जा रही है जोकि उनके पद का दुरुपयोग है।
कांग्रेस विधायक खुद को कानून से ऊपर मानते हैं। और जो लोग कानून की बात करते हैं, उनको धमकाने तथा उनके खिलाफ घटिया शब्दावली का प्रयोग करते हैं। हम सभी भाजपाई इस सत्याग्रह के माध्यम से यह संदेश देना चाहते हैं कि जो भी व्यक्ति खुद को कानून से ऊपर समझेगा, उसे समझाया जाएगा। राज्यपाल महोदय से कांग्रेस विधायक के खिलाफ संविधान सम्मत कार्यवाही करने की मांग की जा रही है।
राजेश शुक्ला
पूर्व विधायक, किच्छा
ये नेता रहे मौजूद
रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा, मेयर विकास शर्मा, दीपक बाली, जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, गुंजन सुखीजा, कांवल सिंह, सतीश चुघ, के.के दास, संजीव कुमार सिंह, सुनील ठुकराल, धीरेश गुप्ता, मनोज पाल, गोल्डी गोराया, पिंकी डीमरी, अमृतपाल सिंह रंधावा, गुरमीत सिंह, गगन कंबोज, ठाकुर जगदीश सिंह, अनिल चौहान, राकेश सिंह वहां उपस्थित रहे।
एसएसपी कार्यालय के बाहर कांग्रेसियों का किच्छा कोतवाल हटाओ का हल्ला, धरना जारी
किच्छा कोतवाल को हटाने की मांग करते हुये कांग्रेसियों ने एसएसपी कार्यालय के बाहर जोरदार हंगामा किया। नाराज कांग्रेसियों को एसएसपी कार्यालय के भीतर घुसने से रोकने पर कांगे्रस नेताओं ने सड़क पर धरना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि जब तक किच्छा कोतवाल का स्थानांतरण नहीं किया जाता तब तक वह धरना समाप्त नहीं करेंगे।

किच्छा विधायक लड़ रहे लड़ाई
बता दें कि किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने किच्छा पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। उनका आरोप है कि किच्छा कोतवाल ने वरिष्ठ कांगे्रस नेता एवं स्वतंत्रता संग्राम सैनानी के परिवार के सदस्य के साथ गलत व्यवहार किया है और सहकारिता चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की है। गुरुवार को अपने तय कार्यक्रमानुसार किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ तमाम कांगे्रस नेताओं व समर्थकों के साथ आवास विकास मोड पर एकत्रित हुये।
एसएसपी कार्यालय गेट पर पुलिस ने रोका
विधायक बेहड़ ने कहा कि हम पुलिस प्रशासन के सामने नहीं डरेंगे। पुलिस की गुंडागर्दी को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहां नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल सहित तमाम नेताओं के पहुंचने पर सभी बड़े जुलूस की शक्ल में एसएसपी कार्यालय पहुंचे। जहां पहले से मुश्तैद पुलिस ने सभी को बेरिकेट लगाकर गेट पर रोक लिया। इस दौरान पुलिस और कांगे्रसियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। पुलिस द्वारा बाहर ही रोके जाने पर कांग्रेसजनों ने इसे तानाशाही बताया।
यशपाल बोले- विधानसभा में उठाएंगे मुद्दा

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या ने कहा कि भाजपा सरकार हमारी आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है, किच्छा में जिस तरह से वरिष्ठ कांग्रेस नेता को सताने का काम किया जा रहा है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम इस मामले को विधानसभा में भी उठाएंगे।
कोतवाल सत्ता पक्ष के इशारे पर कर रहे काम
विधायक बेहड़ ने कहा कि सहकारिता चुनाव को प्रभावित करने के लिये सत्ता पक्ष के नेता के इशारे पर कोतवाल ने हमारे वरिष्ठ नेता के साथ गलत व्यवहार किया है। हम इसको बर्दाश्त नहीं करेंगे। कहा कि पुलिस ने लोकतंत्र के खिलाफ काम किया है। ऐसे में शीर्ष पुलिस प्रशासन को ऐसे पुलिसकर्मी के खिलाफ जांच करनी चाहिये और जांच के दौरान उसका स्थानांतरण भी करना होगा। उन्होंने किच्छा कोतवाल को हटाने की मांग की है।
अंत तक लड़ेंगे लड़ाई : बेहड़
उन्होंने कहा कि कांग्रेस एकजुट होकर भाजपा सरकार के खिलाफ और उनकी गलत नीतियों के खिलाफ लड़ाई लडऩे को तैयार है। वहां पर जसपुर विधायक आदेश चौहान, सुमित्तर भुल्लर, मोहन खेड़ा, भूपेंद्र चौधरी, दर्शन सिंह कोली, गौरव बेहड़, किन्नू शुक्ला, विनोद कोरंगा, संजय जुनेजा, साहब सिंह आदि मौजूद रहे।
जिलाध्यक्ष बोले- कार्यक्रम व्यक्तिगत, बनाई दूरी
किच्छा विधायक बेहड़ के प्रदर्शन से जिला कांग्रेस कमेटी ने दूरी बनाये रखी। आज जहां हजारों की संख्या में कांगे्रस कार्यकर्ता विधायक के समर्थन में पहुंचे थे। वहीं, जिलाध्यक्ष हिमांशु गाबा, महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। जिसको लेकर शहर में काफी चर्चा रही है। हालांकि, इस पर जिलाध्यक्ष हिमांशु गाबा ने कहा कि यह कार्यक्रम पूरी से व्यक्तिगत है। हमें इसकी सूचना भी नहीं दी गयी है, ऐसे में कांगे्रस कैसे 2027 के विधानसभा चुनाव में जीतेगी? उन्होंने कार्यक्रम को लेकर प्रश्चचिन्ह खड़े किये हैं।