न्यूज़ प्रिंट, आदर्श कॉलोनी चौकी इंचार्ज को सस्पेंड करने की मांग को लेकर आज दर्जनों की संख्या में व्यापारी और सिख समुदाय के लोग भड़क गए। उन्होंने आदर्श कॉलोनी चौकी और कोतवाली में जमकर हंगामा काटा और चौकी इंचार्ज के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि जब तक आदर्श कॉलोनी चौकी इंचार्ज को सस्पेंड नहीं किया जाता तब तक वह शांत नहीं बैठेंगे।
सिख समाज के युवक के साथ की बत्तमीज़ी
बीती रात एक सिख युवक अपने एक दूसरे साथी के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर जा रहा था, तभी आदर्श कॉलोनी चौकी इंचार्ज संदीप पिलख्वाल ने उसे धक्का देकर गिरा दिया और एक हाथ से उसका कडा व दूसरे हाथ से उसका गिरेबान पकड़ लिया जैसे ही यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो तमाम लोगों में आक्रोश छा गया। आज व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा के नेतृत्व में दर्जनों व्यापारी और सिख समाज से जुड़े लोग आदर्श कॉलोनी चौकी पहुंच गए और जमकर हंगामा काटा।
चालान काटने की आड़ में अभद्रता
व्यापार मंडल अध्यक्ष जुनेजा ने कहा की चौकी इंचार्ज संदीप पिलख्वाल खटीमा और बाजपुर में भी अपने कार्यकाल के दौरान विवादित रहे हैं और तमाशा खड़ा करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि यह पुलिस की आड़ में एक भेड़िया है जो आए दिन महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाता है। उन्होंने कहा की आदर्श कॉलोनी चौकी के समीप से जब भी कोई महिलाएं या बच्चे जाते हैं तो वह उनसे अभद्रता करनी शुरू कर देते हैं। उन्होंने कहा की चालान काटना पुलिस का अधिकार है लेकिन चालान काटने की आड़ में इस तरह की अभद्रता बर्दाश्त नहीं कराएगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की मित्र पुलिस यह कैसी मित्रता निभा रही है। उन्होंने कहा कि चौकी इंचार्ज पिलख्वाल वर्दी के नशे में चूर है और जब तक उनका तबादला नहीं किया जाता व्यापारी शांत नहीं बैठेगा। अन्य व्यापारियों ने भी कहा कि पिछले दिनों इसी चौकी इंचार्ज ने एक निर्धन बाइक सवार का चालान काट दिया था तो उसने अपनी मां के जेवर बेचकर १०००० का चालान भरा था। उन्होंने कहा कि ऐसे चौकी इंचार्ज को रुद्रपुर की जनता कभी भी स्वीकार नहीं करेगी।
आदर्श कॉलोनी चौकी में हंगामे के बाद सभी व्यापारी और सिख समाज के लोग कोतवाली पहुंचे और कोतवाल से इस चौकी इंचार्ज को हटाने की मांग की। इस दौरान व्यापार मंडल महामंत्री मनोज छाबड़ा, कोषाध्यक्ष संदीप राव, राजेश कामरा, सचिन मुंजाल, रणजीत सागर, गौरव गांधी, चेतन अरोड़ा, रवि खनिजो, सनी मुंजाल, अंग्रेज सिंह ,लखविंदर सिंह ,सुखविंदर सिंह, इंद्रजीत सिंह ,अनिल रावत, मनोज मदान समेत दर्जनों व्यापारी और सिख समाज के लोग शामिल थे।