रुद्रपुर। महापौर विकास शर्मा ने बुधवार को संजय नगर खेड़ा, जगतपुरा मुखर्जी नगर सहित अन्य जलभराव वाले इलाकों का दौरा कर हालातों का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल सहित नगर निगम की पूरी टीम और सिचाई विभाग की टीम भी मौजूद रही। महापौर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीड़ितों को हरसंभव सहायता पहुंचाई जाए और राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए।
महापौर ने जलभराव से प्रभावित क्षेत्रें में पैदल भ्रमण कर लोगों से मुलाकात की इसके साथ ही उन्होंने ट्रैक्टर से भी जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने राहत शिविरों में भी प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनका हाल जाना। उन्होंने प्रभावित नागरिकों को भरोसा दिलाया कि नगर निगम हर संभव सहायता के लिए तत्पर है और राहत व बचाव कार्यों में पूरी सक्रियता के साथ जुटा है। महापौर ने कहा कि जलभराव से निपटने के लिए नगर निगम की चार टीमें लगाई गयी हैं। जो लोगों को जलभराव से निजात दिलाने के प्रयास में लगातार जुटी हैं। जो नाले किसी कारणवश बंद हो गये हैं, उन्हें खोलने की कार्रवाई लगातार की जा रही है। प्रभावित लोगों के लिए तीन स्थानों पर राहत कैम्प लगाए गए है। जहाँ पर भोजन आदि की व्यस्था भी की जा रही है। प्रशासन पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है।

निरीक्षण के दौरान महापौर ने कहा कि कल्याणी नदी पर हो रहे अतिक्रमण के चलते हर वर्ष जलभराव की स्थिति उत्पन्न होती है। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा पूर्व में चिन्हीकरण कर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जानी थी, लेकिन स्थानीय निवासियों के अनुरोध पर कुछ समय के लिए राहत दी गई थी। अब जब यह समस्या बार-बार विकराल रूप ले रही है, तो इसे स्थायी समाधान की दिशा में ले जाना आवश्यक हो गया है।
महापौर ने कहा कि नगर निगम द्वारा कल्याणी नदी को उसके मूल स्वरूप में लाने की योजना तैयार की जा रही है। शासन से स्वीकृति मिलते ही इस योजना पर अमल शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष नगर निगम ने एक माह तक महाअभियान चलाकर नदी की व्यापक सफाई कराई थी। पोकलैंड मशीनों व जेसीबी के माध्यम से की गई सफाई ने इस बार बाढ़ की स्थिति को काबू में रखने में अहम भूमिका निभाई, अन्यथा नुकसान और अधिक हो सकता था।

महापौर ने कहा कि अब समय आ गया है कि कुछ अतिक्रमणकारियों के हित में पूरे क्षेत्र की जनता को बार-बार होने वाली समस्या से मुक्त किया जाए। आने वाले समय में नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने की ठोस कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में जलभराव और बाढ़ की समस्या से स्थायी रूप से निजात मिल सके।
निरीक्षण के दौरान उप नगर आयुक्त शिप्रा जोशी, एसडीएम मनीष बिष्ट, तहसीलदार दिनेश खटोला, कोतवाल मोहन पांडे भी मौजूद थे।
रुद्रपुर में जलभराव से 200 से अधिक परिवार प्रभावित, राहत शिविरों में किया गया ठहराव
जगतपुरा वार्ड 39, भूतबंग्ला और आजादनगर जलभराव से सबसे अधिक प्रभावित रहे। इनमें कुल 200 परिवारों पर असर पड़ा है। नगर निगम और प्रशासन की टीमों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जगतपुरा के 160 लोगों को बालिका विद्या मंदिर व कन्या जूनियर हाईस्कूल में, जबकि आजादनगर के 50 लोगों को ओम पब्लिक स्कूल में ठहराया है। राहत शिविरों में भोजन व अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
