न्यूज़ प्रिंट, सुनील राणा, अब हादसों का शहर बन चुका है आए दिन कोई ना कोई निरपराध इन सड़क हादसों का शिकार होता है। जिसे या तो अपनी जान गंवानी पड़ती है या फिर गंभीर रूप से जख्मी हो जाता है। दिन के समय भी डंपर और ओवरलोड वाहन सड़कों पर काल बनकर दौड़ते हैं और किसी न किसी को अपना शिकार बना लेते हैं। ऐसे में रुद्रपुर में होने वाले सड़क हादसों पर कब अंकुश लग पाएगा यह कहना मुहाल होता जा रहा है।
डंपर ने बाइक सवार दो युवकों को रौंदा
आज फिर काल बन कर दौड़ रहे डंपर ने बाइक सवार दो युवकों को रौंद दिया। जिसमें उनकी हालत बेहद चिंताजनक बनी हुई है। शायद कोई दिन ऐसे बीता हो कि जब रुद्रपुर की सड़कों पर वहां हादसों के शिकार लोगों का खून ना बहता हो। अभी एक माह भी पूरा नहीं हुआ कि जब नैनीताल रोड पर तेज गति से आ रही कार ने एक टुकटुक में टक्कर मार दी थी जिसमें एक गर्भवती महिला समेत चार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। इसके अलावा भी सड़क हादसों में कमी नहीं आई।
नेशनल हाईवे से लेकर शहर की गलियों में भी सड़क हादसे
किच्छा रोड, नैनीताल रोड, काशीपुर रोड, रामपुर रोड ऐसी नेशनल हाईवे की कोई सड़क नहीं बची जहां सड़क हादसा ना होता हो। इसके अलावा कभी कभार तो शहर की गलियों में भी सड़क हादसे हो जाते हैं, जिससे लोगों के दुख और परेशानियां बढ़ जाती हैं। रुद्रपुर की यातायात व्यवस्था लगातार चरमराती जा रही है, क्योंकि रुद्रपुर में वाहनों की संख्या इतनी बढ़ चुकी है कि उसके लिए पुलिस प्रशासन को कोई ठोस निर्णय लेने होंगे और उसे निर्णय में राजनेताओं और व्यापारियों को भी अपना सहयोग देना होगा तभी किसी न किसी प्रकार से सड़क हादसों पर अंकुश लगाया जा सकता है। पिछले दिनों ही नवनियुक्त एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने पत्रकार वार्ता की थी। जिसमें सबसे बड़ा मुद्दा बनकर यातायात व्यवस्था ही उभरा था कि इसे किस प्रकार से दुरुस्त किया जाए। जिसको लेकर एसएसपी ने यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए पुलिस कर्मियों और यातायात पुलिस को दिशा निर्देश दिए थे, लेकिन सड़क हादसों पर अंकुश नहीं लग पा रहा।
सुबह से लेकर रात दस बजे तक शहर के विभिन्न मार्गो में भारी वाहनों की नो एंट्री
प्रातः से लेकर रात्रि 10:00 बजे तक शहर के विभिन्न मार्गो में भारी वाहनों की नो एंट्री बेहद अनिवार्य है और इस पर कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। इसके अलावा लगातार यातायात सुरक्षा को लेकर लोगों को जागरूक करना चाहिए शहर की गली मोहल्ले में भी छोटे वाहन भी बेलगाम होकर दौड़ते हैं। जिसका शिकार अमूमन महिलाएं, बच्चे और जानवर होते हैं। ऐसे में सड़क हादसों पर अंकुश लगाने और यातायात व्यवस्था सुधारने को लेकर पुलिस प्रशासन को वृहद् अभियान चलाना होगा और इसमें सभी का जन सहयोग भी आवश्यक होगा। तभी रुद्रपुर में होने वाले सड़क हादसों पर अंकुश लगाया जा सकता है और लोगों का जीवन सुरक्षित बचाया जा सकता है।