15.1 C
Rudrapur
Friday, November 22, 2024

अयोध्या में श्री राम को पहनाए गए ऐपण वाले वस्त्र, उत्तराखंड के शुभवस्त्रम ने बढ़ाई प्रदेश की सांस्कृतिक प्रतिष्ठा…पढ़े पूरी खबर

अवश्य पढ़ें

न्यूज़ प्रिंट,उत्तराखंड- की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और पारंपरिक कलाओं को न केवल एक नई पहचान मिल रही है। उत्तराखंड की लोक कला ऐपण से बनाए गए वस्त्र अयोध्या में श्री राम को पहनाए गए हैं। उत्तराखंड के शुभवस्त्रम ने प्रदेश की सांस्कृतिक प्रतिष्ठा को बढ़ाया है।

अयोध्या में श्री राम को पहनाए गए ऐपण वाले वस्त्र

सोमवार का दिन उत्तराखंडवासियों के लिए गौरव का दिन था। जब अयोध्या में विराजमान भगवान श्रीरामलाल का दिव्य विग्रह देवभूमि की विश्वविख्यात ऐपण कला से सुसज्जित शुभवस्त्रम में सुशोभित हुए। ये शुभवस्त्रम न केवल उत्तराखंड की पारंपरिक कला और समर्पण का प्रतीक थे, बल्कि इसने राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि को राष्ट्रीय पटल पर एक नया गौरवशाली अध्याय जोड़ा।

सीएम धामी की प्रेरणा से तैयार किए गए वस्त्र

रामलला को पहनाए गए इन शुभवस्त्रों को उत्तराखंड के कुशल शिल्पकारों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रेरणा से तैयार किया। स्वयं मुख्यमंत्री ने इसे अयोध्या पहुंचाकर श्रीराम मंदिर में   भेंट किया। इन शुभवस्त्रम में न केवल प्रदेश की ऐपण कला नजर आती है बल्कि इसमें निहित भक्ति और श्रम साधकों की अद्वितीय शिल्पकला का अद्भुत समन्वय भी है। जिसने उत्तराखंड की सांस्कृतिक छवि को और अधिक प्रखर बना दिया।

सीएम धामी के नेतृत्व में प्रदेश की संस्कृति को मिल रही नई पहचान

मुख्यमंत्री धामी के गतिशील नेतृत्व में प्रदेश की लोक कला, संगीत, नृत्य और शिल्पों के संवर्धन की दिशा में भी अनेक ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी न केवल राज्य के स्थानीय हस्तशिल्प और कारीगरों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। बल्कि राज्य के युवाओं को भी अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने और इसे संजोने की प्रेरणा दे रहे हैं। सीएम धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड की संस्कृति औक लोककला को नई पहचान मिल रही है।

सीएम धामी के प्रयासों का ही प्रतिफल है कि उत्तराखंड की पारंपरिक कला और संस्कृति की गूंज अब अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी सुनाई देने लगी है। विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में उत्तराखंड की लोक कलाओं को प्रमुखता से प्रस्तुत किया जा रहा है। जिससे राज्य को वैश्विक पहचान और सम्मान मिल रहा है।

युवाओं को सोशल मीडिया के ज़रिए संस्कृति से जा रहा जोड़ा

सीएम धामी का मानना है कि प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण और संवर्धन आधुनिक संसाधनों और तकनीकों के साथ होना चाहिए ताकि यह अमूल्य विरासत आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित रहे। उनका ये दृढ़ विश्वास है कि राज्य का समग्र विकास तभी संभव है जब उसकी सांस्कृतिक जड़ें मजबूत हों।

इसी लिए उनके नेतृत्व में युवाओं को डिजिटल माध्यमों और सोशल मीडिया के ज़रिए संस्कृति से जोड़ा जा रहा है। सांस्कृतिक संस्थानों और कला संगठनों के सहयोग से युवाओं को पारंपरिक कलाओं में प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिससे वे अपनी संस्कृति पर गर्व करें और इसे और आगे बढ़ा सकें।

- Advertisement -spot_img

अधिक समाचार

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -spot_img

ताजा खबर