न्यूज़ प्रिंट,उत्तर प्रदेश। गाजीपुर जिले के नंदगंज थाना क्षेत्र के कुसुम्हीं कला (खिलवां) गांव में हुए तिहरे हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे में पर्दाफाश कर दिया। प्रेमिका से शादी न कराने से नाराज छोटे पुत्र ने ही पिता, मां और बड़े भाई की हत्या कर वारदात को अंजाम दिया था। खुरपी से पहले उसने मां, फिर पिता और भाई का गला काटकर मौत की नींद सुला दिया। एसपी ओमवीर सिंह ने पत्रकार वार्ता कर तिहरे हत्याकांड का खुलासा मंगलवार को किया। हालांकि आरोपी किशोर है, ऐसे में पुलिस ने उसे मीडिया के सामने प्रस्तुत नहीं किया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त खुरपी सहित खून से सने कपड़ों को भी बरामद कर लिया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कुसुम्हीं कला (खिलवां) गांव में आयोजित कार्यक्रम में मुंशी यादव, बड़ा पुत्र रामाशीष और छोटा पुत्र भी गया था। वहां से तीनों रात करीब 11 बजे वापस चले आए। इसके बाद मां देवंती देवी व पिता मुंशी बिंद घर के बाहर सो रहे थे। जबकि बड़ा पुत्र रामाशीष घर के अंदर सोने चला गया। इधर, मौका देख छोटा पुत्र घर से निकल गया। रात करीब 12 बजे उसने घटना को अंजाम दिया।
इसके बाद यह स्वंय जाकर गांव में बज रहे डीजे को बंद कराया और घटना की जानकारी लोगों को दी थी। पुलिस ने चोचकपुर श्मशान घाट से जब किशोर को उठाया तो पूछताछ में वह टूट गया और हत्या की वारदात को उसने कैसे अंजाम दिया था, सारी कहानी को बयां कर डाला। इस संबंध में एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि तिहरे हत्याकांड का पुलिस ने जब गहनता से जांच शुरू की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कड़ी जोड़ी गई तो पता चला कि जिस व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाया गया है, उसकी भूमिका कहीं नहीं मिल रही थी। मृतक के छोटे बेटे के प्रेम-प्रसंग के मामले में गहनता से छानबीन की गई तो स्थिति स्पष्ट हुई। तीनों शवों के दाह संस्कार के बाद जब मृतक के छोटे पुत्र से पूछताछ की गई तो बताया कि उसने ही पिता, माता और भाई का हत्या की है।