न्यूज़ प्रिंट किच्छा। शिमला पिस्तौर स्थित प्राइवेट कंपनी में एक युवक की मौत के बाद हंगामा हो गया। परिजनों व आम लोगों ने कंपनी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। कंपनी प्रबंधन द्वारा शव को बाहर रखने पर लोगों का रोष काफी बढ़ गया। सूचना पर रुद्रपुर कोतवाली प्रभारी धीरेंद्र कुमार मय फोर्स के मौके पर पहुंच गये हैं। जानकारी के अनुसार किच्छा के आवास विकास निवासी मंजीत सिंह का २२ वर्षीय पुत्र अर्शदीप सिंह शिमला पिस्तौर स्थित रावा हाईटेक कंपनी में काम करता था। बताया जा रहा है कि गुरुवार को अर्शदीप की मौत के बाद कंपनी ने परिवार को बताया कि उसकी तबीयत बिगड़ गयी है, जिसके बाद उसे अस्पताल लेकर जा रहे हैं। उधर, परिजनों का कहना है कि उनके बेटे के पेट में कंपनी में सरिया घुस गया था, बावजूद इसके कंपनी प्रबंधन द्वारा लापरवाही की गयी। जिससे उसकी मौत हो गयी। अर्शदीप की मौत की सूचना के बाद परिजन अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां हंगामा हो गया। लोगों ने कंपनी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुये पीडि़त परिवार को २० लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की है। उधर, रुद्रपुर कोतवाली प्रभारी धीरेंद्र कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा जा रहा है।