गफ्फार बोले- पुलिस ने राइफल को बना दिया तमंचा, खुलासे से संतुष्ट नहीं परिवार
शिवम शर्मा, किच्छा। ग्राम दरऊ में 18 अगस्त को हुए गोलीकांड के मामले में पुलिस ने दो नामजद आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से दो तमंचे और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। लेकिन पीडि़त परिवार और भाजपा नेता गफ्फार खान इस खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने राइफल को तमंचा बना दिया है और गोलीबारी में शामिल कई लोगों को छोड़कर केवल दो पर कार्रवाई की गई है।
गौरतलब है कि 18 अगस्त को ग्राम दरऊ निवासी अकरम अहमद के घर पर कुछ लोगों ने धावा बोलकर फायरिंग कर दी थी। इस हमले में अकरम का छोटा बेटा आलिम गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसकी इलाज के लिए ले जाते समय मौत हो गई थी। इसके बाद मृतक के भाई शमी पुत्र अकरम ने पुलिस को नामजद तहरीर देकर कठोर कार्रवाई की मांग की थी। मामले में किच्छा कोतवाली में हत्या समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ। वारदात के बाद से ही इलाके में दहशत फैल गई थी और पुलिस पर आरोपितों की गिरफ्तारी का दबाव बना रहा। मामले की गंभीरता देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधम सिंह नगर मणिकांत मिश्रा ने छह विशेष टीमें गठित कीं। पुलिस ने तकनीकी और मानवीय स्रोतों की मदद से उत्तराखंड के साथ ही दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक दबिशें दीं। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि आरोपित आत्मसमर्पण करने की फिराक में हैं। 23 अगस्त को मुखबिर की सटीक सूचना पर पुलिस टीम ने ग्राम दरऊ निवासी अकिल और रिहान को बरेली रोड स्थित शर्मा ढाबा से घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 315 बोर के दो तमंचे और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक धीरेंद्र कुमार, वरिष्ठ उपनिरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद, उपनिरीक्षक ओमप्रकाश नेगी, उपनिरीक्षक हेमचंद्र तिवारी, उपनिरीक्षक बंसत प्रसाद, अपर उपनिरीक्षक जगदीश सिंह, कांस्टेबल बृजमोहन सिंह और देवराज शामिल रहे।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि मामला चुनावी रंजिश से जुड़ा है और आरोपितों को न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है। इधर, भाजपा नेता और मृतक के चाचा गफ्फार खान ने पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हम इस खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं। पुलिस ने जिस हथियार को बरामद दिखाया है वह तमंचा है, जबकि वारदात में राइफल का इस्तेमाल हुआ था। आखिर यह तमंचा कहां से आ गया? साथ ही कई लोग इस हमले में शामिल रहे हैं लेकिन पुलिस ने केवल दो लोगों को पकड़कर मामले का खुलासा कर दिया। यही बात मृतक के भाई शमी ने भी दोहराई है। बताया जा रहा है कि आज सुबह इस मामले के खुलासे के लिए भाजपा नगर मंडल के पदाधिकारी भी कोतवाली पहुंचे और पुलिस पर दबाव बनाया। परिवार का कहना है कि असली साजिशकर्ताओं और हथियारों का खुलासा होना बाकी है।