1887 से राजनीति में सक्रिय कमल दोबारा बने जिलाध्यक्ष
न्यूज प्रिन्ट, रुद्रपुर। भाजपा ने उधम सिंह नगर (रुद्रपुर) से जिलाध्यक्ष पद के लिए कमल जिंदल पर फिर से भरोसा जताया है। सोमवार को इसकी घोषणा के साथ ही जिलेभर में उनको बधाई देने वालों का तांता लग गया। कमल का सरल स्वभाव ही जिलाध्यक्ष की कुर्सी को बचाये रखने में सहयोगी बना। कमल ने पार्टी हाईकमान का आभार जताते हुए, मिली जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाने का वादा किया है।

सितारगंज निवासी कमल जिंदल वर्ष 1987 से राजनीति में सक्रिय हैं। यही नहीं, उनके पिता शिव चरण जिंदल भी जनसंघ के समय से भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं। वह सितारगंज में जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे तो पहली बार नगर पालिका बनी सितारगंज में वह वाइस चेयरमैन थे। सितारगंज के शिशु मंदिर स्कूल से प्रारम्भिक शिक्षा पूरी करने के बाद कमल ने रुद्रपुर के डिग्री कॉलेज से एम. ए की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने बरेली के सिल्वर लॉ कॉलेज से वकालत की शिक्षा ली।
राजनीति में उनकी रुचि ने उनका आकर्षण बढ़ाया तो 1987 में मात्र 15 वर्ष की आयु में वह विद्यार्थी परिषद के नगर संयोजक बन गये। इसके बाद बजरंग दल में तहसील संयोजक तो इसी दौरान उन्होंने भाजपा में एंट्री मारी। पार्टी ने उनको युवा मोर्चा का नगर महामंत्री बनाया। इसके बाद वह जिले में यूथ के उपाध्यक्ष रहे। यहीं नहीं, कमल व्यापार मंडल की राजनीति में काफी एक्टिव रहे। लघु उद्योग प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पद पर रहते हुए उन्होंने व्यापारियों की आवाज को बुलंद किया। इसके उपरांत होटल एवं कैटरिंग प्रकोष्ठ, मानवाधिकार प्रकोष्ठ सहित व्यापार प्रकोष्ठ में भी कमल ने अहम जिम्मेदारियां निभाईं। भाजपा के प्रति उनकी निष्ठा को देखते हुए साल 2021 में उनको दर्जा राज्य मंत्री बनाया गया। इसके बाद 2022 में भाजपा के जिलाध्यक्ष बने। लेकिन कमल यही नहीं रुके, पार्टी ने उनको दोबारा अवसर दिया है। कमल ने कहा कि वैसे तो इस पद के लिए कई दावेदार थे। हर कोई मेहनत कर रहा था, लेकिन अंत में पार्टी ने उनपर भरोसा जताया है, इसके लिए वह पार्टी के शुक्रगुजार हैं।