काशीपुर। एक युवक ने अपने मित्र समेत तीन लोगों पर नौकरी लगवाने के नाम पर छ: लाख की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मोहल्ला टांडा उजजैन चौधरी डेयरी के पास निवासी अंकित अग्रवाल पुत्र स्व. नरेन्द्र कुमार अग्रवाल ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि टांडा उज्जैन में उसके भाई की अग्रवाल मोबाईल रिपेयर की दुकान है जिस पर वह भी बैठता है। कहा कि दुकान पर बरखेड़ा पाण्डेय निवासी उसके मित्र सुदेश सिंह पुत्र प्रेम सिंह आना जाना था। सुदेश सिंह ने उससे कहा कि वह तुम्हारी सरकारी नौकरी लगवा सकता है। उसके दोस्तों की देहरादून में कई विभागों के अधिकारियों से सम्बन्ध है। कहा कि 06 सितंबर 2022 को सुदेश सिंह अपने दोस्त पार का मंझरा धीमरखेड़ा निवासी कमल सिंह पुत्र अमर सिंह को लेकर आया और उत्तरखण्ड जल विद्याुत निगम लि. देहरादून में कार्यालय सहायक ग्रेड 3 में नौकरी लगवाने के नाम पर 6 लाख रूपये की मांग की तथा कहा कि ग्राम बरखेडा पाण्डेय निवासी रनवीर सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह जो कि उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लि. विभाग में आशुलिपिक के पद पर कार्यरत है के खाते में पैसे ट्रासंफर कर देना। कहा कि उनकी बातो में आकर उसने 08 सितंबर 2022 को कमल सिंह को 25-25 हजार दो बार में ट्रांस्फर कर दिये तथा अपने एक दोस्त से चार लाख रूपये उधार लेकर कमल सिंह को दे दिए।
इसके बाद 15 अक्टूूबर 2022 को कमल सिंह अपने साथ रनवीर सिंह को लेकर दुकार पर आये और एक ज्वाइनिग लेटर जो कि यूजेवीएन लिमिटेड के प्रबन्धक निदेशक संदीप सिंघल द्वारा हस्ताक्षरित कर जारी था उसे दिया और कहा कि कार्यालय सहायक ग्रेड-3 के पद पर तुम्हारी नौकरी लगवा दी दी है तुम कभी भी जाकर ज्वाइनिग कर लेना और पैसे ज्यादा खर्च होने के नाम पर डेढ़ लाख रूपये की मांग की। जिस पर उसने दो बार में पचास हजार रूपये रनवीर सिंह के खाते में गूगल पे से डाल दिए। 18 नवंबर 2023 को रनवीर सिंह के कहने पर उसने 49,500 रूपये गूगल पे के माध्यम से डाल दिए। कहा कि जब वह विभाग में गया तो वहां मौजूद अधिकारी ने उक्त नियुक्ति पत्र को देखते हुए कहा कि यह फर्जी नियुक्ति पत्र है हमारे यहां न तो वैकेन्सी थी और न ही कोई भर्ती हुई है। जब उसने रनवीर सिंह को फोन मिलाया तो उसने फोन नहीं उठाया। जब उसने इसकी शिकायत अपने मित्र सुदेश सिंह से की तो वह सुदेश सिंह व कमल सिंह भी पैसे लेने वाली बात से मुकर गए। पुलिस ने तहरीर के आधार पर सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।