अगर सिरौली से इतना प्रेम है तो कांग्रेस मुस्लमान को टिकट क्यों नहीं दे देता: शुक्ला
सिरौली के निर्णय को बताया प्रशासनिक
न्यूज प्रिन्ट, किच्छा। भाजपा के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ के बयान पर पलटवार किया है। शुक्ला ने एक प्रेस वार्ता के माध्यम से विधायक बेहड़ से कई सवाल पूछे। साथ ही उन्होंने कहा कि झूठ के सहारे राजनीति नहीं चलती अगर उन्हें सच में किच्छा के विकास की चिंता है तो झूठ बोले बिना, विकास कार्यों पर ध्यान दें।
किच्छा स्थित अपने आवास पर पूर्व विधायक शुक्ला ने कहा कि सिरौली के मुद्दे पर विधायकजी हमारी सरकार पर झूठे आरोप लगा रहे हैं, इसलिये मेरा फर्ज है कि मैं, उनके झूठ को उजागर करूं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने ही सिरौली को नगर पालिका में शामिल किया था, लेकिन नगर पालिका में कांग्रेस के प्रतिनिधि होने के चलते वहां विकास कार्य नहीं हो पाए। जिसके बाद वहां की जनता के अनुरोध पर ही सिरौली को नगर पंचायत बनाने का निर्णय हमारी सरकार के द्वारा लिया। लेकिन आज जो नेताजी सिरौली की इतनी चिंता कर रहे हैं, उनकी चिंता तब क्यों नहीं थी जब कांगे्रस की सरकार थी।
क्यों, कांग्रेस सरकार ने सिरौली को आगे बढ़ाने का काम नहीं किया? अगर उनको सिरौली या मुस्लमानों की इतनी ही चिंता है तो क्यों नहीं मुस्लमान को टिकट देकर आगे बढ़ाते हैं, कहा कि कांगे्रस ऐसा नहीं करेगी, वो बस मुस्लमानों को वोट बैंक समझकर यूज करेगी। शुक्ला ने स्पष्ट रूप से कहा कि सिरौली का विकास तभी संभव है जब उसे नगर पंचायत या एक ग्राम सभा के रूप में विकसित होगा। नगर पालिका में रहकर उसका विकास नहीं हो पा रहा है क्योंकि वहां के वार्ड बड़े हैं। शुक्ला ने कहा कि सिरौली का निर्णय प्रशासनिक है, इसे संवैधानिक कहना सही नहीं है।
उन्होंने चुनौती देते हुये कहा कि अगर सिरौली का निर्णय प्रशासनिक ना होकर संवैधानिक होगा तो वह राजनीति से सन्यास ले लेंगे अन्यथा विधायकजी बताएं वो क्या करेंगे? उन्होंने आगे कहा कि विधायकजी छोटी-छोटी बातें न करें। हम किच्छा के विकास के लिये आपके साथ हैं। उन्होंने कहा कि किच्छा एक विकसित शहर बने, इसके लिये उनकी जंग जारी रहेगी अगर विधायकजी चाहते हैं तो वह उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। प्रेस वार्ता में संदीप अरोरा, धर्मराज जायसवाल भी मौजूद रहे।