रुद्रपुर। उधम सिंह नगर पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए अंतरराज्यीय साइबर फ्रॉड गिरोह के मास्टरमाइंड शैलेंद्र उर्फ शेरू चौहान को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी 29 मई को रुद्रपुर निवासी हरबंस लाल के पेटीएम खाते से ₹54,999 की अवैध निकासी के मामले में हुई है।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने पहले ही इस मामले में बरेली (यूपी) के छह आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। लेकिन मुख्य साजिशकर्ता शेरू फरार था। उसकी तलाश में रुद्रपुर कोतवाली और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने सोशल मीडिया और तकनीकी साक्ष्यों की गहन जांच की।
शेरू की इंस्टाग्राम प्रोफाइल से उसकी गतिविधियों और लोकेशन का विश्लेषण कर पुलिस को उसके ग्वालियर कनेक्शन का पता चला। महंगी गाडिय़ों और ग्वालियर के होटलों-शोरूम्स की लोकेशन से यह कड़ी मजबूत हुई। कई गाडिय़ां अन्य लोगों के नाम पर थीं, लेकिन लिंक शेरू से जुड़ता था। 8 जून को रुद्रपुर पुलिस की टीम ग्वालियर पहुंची, लेकिन शेरू वहां से फरार हो चुका था। मुखबिर की सूचना पर पता चला कि वह बरेली की ओर भागा है। 11 जून को रामपुर रोड स्थित एक होटल के पास से पुलिस ने उसे दबोच लिया। शेरू के खिलाफ हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना में भी साइबर धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं। पुलिस को उम्मीद है कि उसकी गिरफ्तारी से पूरे नेटवर्क और उनके काम करने के तरीकों का खुलासा होगा। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने कहा कि साइबर अपराधियों के खिलाफ यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। साथ ही पुलिस ने लोगों से अपील की कि अपनी गोपनीय बैंकिंग जानकारी किसी के साथ साझा न करें। संदिग्ध कॉल या लिंक पर सतर्क रहें और किसी भी धोखाधड़ी की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
