आखिर किसके दवाब में चुनाव समिति, क्या आरोपों के बाद झुकेगा व्यापार मंडल ?
न्यूज़ प्रिंट, किच्छा। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष और महामंत्री ने चुनाव समिति के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। दोनों पदाधिकारियों ने तमाम व्यापारियों के साथ चुनाव संचालन समिति के अधिकारी सतपाल गाबा के प्रतिष्ठान के बाहर प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि चुनाव समिति, पूर्व में चुनाव लड़ चुके एक व्यापारी नेता को सहयोग कर रही है। ऐसे में चुनाव समिति की निष्पक्षता पर सवाल खड़े होते हैं। दरअसल, पिछले दिनों प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के शीर्ष पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता कर किच्छा में चुनाव कराने का एलान करते हुए सदस्यता अभियान की शुरुआत 15 जून से करने की बात की थी। इसकी घोषणा के साथ ही शहर में व्यापार मंडल की नगर इकाई ने सदस्यता अभियान पर ही सवाल खड़े करने शुरू कर दिए।
इसी क्रम में गुरुवार यानी आज निवर्तमान अध्यक्ष राजकुमार बजाज और महामंत्री विजय अरोरा के साथ तमाम व्यापारियों ने चुनाव अधिकारी सतपाल गाबा के प्रतिष्ठान पर हल्ला बोल दिया। वहां पहुँचते ही इनके द्वारा प्रदर्शन करते हुए चुनाव समिति को भंग करने की मांग की गयी। महामंत्री विजय अरोरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव संचालन समिति एक व्यापारी नेता को जितवाने के लिए उनका सहयोग कर रही है। उन्होंने व्यापारी नेता पर पैसे देकर वोट बनाने का भी आरोप लगाया है। महामंत्री विजय ने बाकायदा व्यापारी नेता गुलशन सिंधी का नाम लेकर उनपर पैसे देकर वोट खरीदने का आरोप लगाया है। वहीँ, अध्यक्ष राजकुमार बजाज ने एक बड़े नेता के दवाब में चुनाव करवाने का भी आरोप लगाया। भाजपा नेता संजीव सिंह ने भी चुनाव समिति पर गंभीर आरोप लगाते हुए समिति को भंग करने की मांग की। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। वहां पर अरुण तनेजा, छोटू कोली, प्रमोद ठुकराल, जावेद मलिक, फिरदौस सलमानी, नितिन फुटेला, सुमित तनेजा, हर्ष खुराना आदि मौजूद रहे।
सिरोली के व्यापारियों को शामिल करने की मांग
कांग्रेस नेता जावेद मलिक और फिरदौस सलमानी ने सिरोली कला, ट्रांसपोर्ट नगर और बार्बर एसोसिएशन को दायरे में ना रखने पर चुनाव समिति की मानसिकता पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि किसी एक नेता को फायदा पहुँचाने के लिए चुनाव समिति ने उक्त व्यापारियों को बाहर रखा गया है।
ये लोग जो आरोप लगा रहे हैं, वो सभी निराधार हैं। चुनाव समिति पर दवाब वाली बात सही नहीं है। सदस्य बनाने के लिए निश्चित स्थान मीडिया में बता दिए गए हैं। चुनाव पूरी पारदर्शिता के साथ करवाए जा रहे हैं। ये सभी राजनीति के तहत गलत आरोप लगाकर चुनाव को आगे बढ़ाना चाह रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जो लोग आज आरोप लगा रहे है, पूर्व में हुए चुनाव में इन्हीं व्यापारियों ने इसी तरह से वोट बनाये थे। जहाँ तक समिति को भंग करने की बात है तो शीर्ष नेतत्व इस पर फैसला लेगा। चुनाव होगा लेकिन निकाय चुनाव अभी होते हैं तो ही इसे टाला जायेगा।
सतपाल गाबा
चुनाव अधिकारी, किच्छा