उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद में 1993 में हुए बम धमाके के मुख्य आरोपी नजीर अहमद वानी को 31 साल बाद जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश के आतंकवादी निरोधक दस्ते (एटीएस) और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी को रविवार को गिरफ्तार किया गया।
क्या था बम धमाके का मामला?
साल 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद देश भर में साम्प्रदायिक दंगे भड़क गए थे, और देवबंद में भी साम्प्रदायिक हिंसा का सिलसिला चला था। अगस्त 1993 में इसी हिंसा के दौरान देवबंद में पुलिसकर्मियों पर बम से हमले किए गए थे। इस हमले में दो पुलिसकर्मियों समेत चार लोग घायल हुए थे, और इस मामले में नजीर अहमद वानी को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, 1994 में कोर्ट ने उसे जमानत दे दी, और उसके बाद वह फरार हो गया था।
आरोपी की गिरफ्तारी कैसे हुई?
पुलिस ने बताया कि नजीर अहमद वानी पिछले 31 साल से अपना नाम और वेशभूषा बदलकर छुपा हुआ था। एटीएस और पुलिस की टीमें उसे तलाश कर रही थीं। 20 मई 2024 को उसके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया गया था, और अंततः वह श्रीनगर में पकड़ा गया।
हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा था आरोपी?
पुलिस ने बताया कि नजीर अहमद वानी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का सक्रिय सदस्य है, और उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है, और पुलिस अब उसकी गतिविधियों की जांच कर रही है।