न्यूज प्रिन्ट, बागेश्वर। गरुड़ तहसील के दूरस्थ क्षेत्र लाहुर घाटी में वर्षा से एक मकान की पत्थर के पाथरो(पटाल) से बनी छत अचानक धरधरा कर गिर गई। सुबह ठंडा होने से अधिकांश सदस्य मकान में अंदर ही मौजूद थे। जिससे एक ही परिवार के नौ लोग घायल हो गए। घायलों को एम्बुलेंस की मदद से तत्काल सीएचसी बैजनाथ लाया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है। लाहुर घाटी में रात्रि से ही बारिश होने से ठंड बढ़ गई थी।
शनिवार की सुबह तेज वर्षा से गनीगांव निवासी केदार राम पुत्र हिम्मत राम के पत्थर के बने पुश्तेनी आवासीय मकान की पाथर की बनी छत टूट गई। जिससे वहां भारी मलबा गिर गया। मलबे में केदार राम पुत्र हेम राम उम्र 62 वर्ष, धरमा देवी पत्नी केदार राम उम्र 60 वर्ष, चंदन राम पुत्र केदार राम उम्र 38 वर्ष, राधा पत्नी चंदन राम उम्र 31 वर्ष, आरती पुत्री चंदन राम उम्र 10 वर्ष, साक्षी पुत्र चंदन राम उम्र डेढ़ वर्ष, देवांश पुत्र चंदन राम उम्र 9 वर्ष, निकिता पुत्री चंदन राम उम्र सात वर्ष, ऋषि पुत्र चंदन राम उम्र 6 वर्ष घायल हो गए। ग्रामीणों ने घटना की सूचना तत्काल तहसील प्रशासन को दी।
सूचना मिलते ही तहसीलदार निशा रानी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे।सूचना मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक अजय लाल साह भी मौके पर पहुँचे। घटना के बाद थानाध्यक्ष पी एस नगरकोटी भी एसडीआरएफ की टीम के साथ मौके पर पहुँचे। घायलों को तुरंत एम्बुलेंस से सीएचसी बैजनाथ भेजा गया। जहां सभी घायलों का उपचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर है।
गनीमत रही कि इस दौरान किसी को भी सीधे तौर पर धारदार पटाल से किसी को नही लगी।जिससे बड़ा हादसा होते होते टल गया। वही आपदा प्रभावितों को जिला प्रशासन द्वारा सहयोग दिया जा रहा है।और आपदा प्रभावित परिवार को उनके भाई के घर में रहने की व्यवस्था की गई है।