विधायक और पूर्व विधायक की जुबानी जंग हुई तेज,व्यापारी असमंजस में
-सुनील राणा -न्यूज़ प्रिंट,रुद्रपुर –शहर के हृदय स्थल कहे जाने वाले गांधी पार्क का इतिहास लगभग 6 से 7 दशक से भी पुराना है ।तब रुद्रपुर एक कस्बे के रूप में माना जाता था और गांधी पार्क रुद्रपुर की शान होती थी। छोटे से लेकर बड़ा आयोजन हो अथवा खेल कूद की प्रतियोगिताएं ,हर कार्य गांधी पार्क में ही किया जाता था। लेकिन इतने दशक बीतने के बाद भी गांधी पार्क कभी भी बहुत ज्यादा सुर्खियों में नहीं रहा जितना इन दिनों गांधी पार्क सुर्खियां बटोर रहा है ।जिसका सीधा कारण पिछले दिनों गांधी पार्क की मिट्टी का परीक्षण कर वहां पार्किंग बनाई जाने की अटकलें तेज हो गई ।इससे पूर्व में भी वहां पर शॉपिंग कांपलेक्स लेकर चर्चाएं भी उड़ी थी। ऐसे में अब जिस प्रकार से इस मुद्दे को लेकर विधायक व पूर्व विधायक आमने-सामने आ गए हैं और उनकी जुबानी जंग लगातार तेज होती जा रही है। उससे अब शहर की व्यापारी वह अन्य लोग असमंजस की स्थिति में हैं और सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात तो यह है की दोनों ही नेता एक दूसरे को जनप्रतिनिधि से ही संबोधित कर रहे हैं। चाहे वह वर्तमान जनप्रतिनिधि हो अथवा पूर्व जनप्रतिनिधि हो। आरोप प्रत्यारोप की जंग में कोई भी एक दूसरे का नाम नहीं ले रहा। गांधी पार्क के अस्तित्व को बचाने की लड़ाई अब रावण के कैरेक्टर तक आ गई है। दर्शन पिछले दिनों गांधी पार्क की मिट्टी का परीक्षण किया गया था तो यह बात सामने निकल कर आई कि यहां पर अंडरग्राउंड पार्किंग बनाई जाएगी जिसको लेकर राजनीति तेज हो गई। पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा कि वह किसी भी हालत में गांधी पार्क में पार्किंग का निर्माण नहीं होने देंगे क्योंकि गांधी पार्क शहर के लोगों की भावनाओं से जुड़ा हुआ है और यह एकमात्र पार्क है जहां विभिन्न सांस्कृतिक धार्मिक सामाजिक व राजनीतिक आयोजन होते हैं और बच्चों का भी खेलने का एकमात्र पार्क है ऐसे में वह गांधी पार्क को खुर्द बुर्द नहीं होने देंगे।

उन्होंने कहा स्थानीय जनप्रतिनिधि की शह पर यहां पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है और उसके पश्चात यहां मार्केट कांपलेक्स भी बना दिया जाएगा। जिससे यहां का व्यापार और व्यापारी वर्ग प्रभावित होगा वह किसी भी दशा में ऐसा नहीं होने देंगे ।चाहे उन्हें किसी भी हद से गुजरना पड़े। इस मुद्दे को लेकर उन्होंने गांधी पार्क में ही पत्रकार वार्ता की। जैसे ही उनकी पत्रकार वार्ता सोशल मीडिया पर चलनी शुरू हुई तो शहर के लोगों ने अपने-अपने विचार रखें। ठुकराल की वार्ता के बाद सोशल मीडिया का रुख विधायक शिव अरोरा की तरफ हो गया। क्योंकि हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में चुनाव प्रचार को लेकर विधायक शिव हरियाणा में है ।ऐसे में सभी पत्रकारों ने अपने-अपने चैनल के माध्यम से इस मुद्दे को लेकर उनसे बात की विधायक शिव का कहना था कि की जो व्यक्ति 5 साल तक नगर पालिका के अध्यक्ष और 10 साल तक विधायक रहे तब उन्हें गांधी पार्क की याद क्यों नहीं आई। उन्होंने कहा कि गांधी पार्क था ,गांधी पार्क है और गांधी पार्क रहेगा ।उन्होंने कहा शहर में जाम की समस्या को देखते हुए उन्होंने सरकार के समक्ष पार्किंग का प्रस्ताव दिया था। जिस पर मुख्यमंत्री ने शासनादेश जारी कर दिया था क्योंकि सिंचाई विभाग की भूमि में नेशनल हाईवे आता है ऐसे में महिलाओं ,बुजुर्गों और बच्चों को दिक्कतों का सामना हो सकता था ।इसलिए गांधी पार्क की मिट्टी का परीक्षण कराया गया ।उन्होंने कहा गांधी पार्क में पार्किंग बनाने का अभी तक डीपीआर भी नहीं बना है और बिना डीपीआर के निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि गांधी पर की साठ फ़ीसदी भूमि पर सुंदर पार्क बनाया जाएगा ताकि वास्तव में गांधी पार्क वास्तविक पार्क का स्वरूप ले सके ।नहीं तो अब तक यह गांधी मैदान ही था ।उन्होंने कहा की गांधी पार्क में खूबसूरत पेड़, पौधे, फूल ,झूले वह अन्य सौंदर्यकरण किया जाएगा ताकि क्षेत्र की जनता को इसका लाभ मिल सके और शेष बच्ची 40 फ़ीसदी भूमि पर पार्किंग बनाने का प्रस्ताव है लेकिन यदि अंडरग्राउंड पार्किंग के लिए यह भूमि मुफीद नहीं होती तो यहां पार्किंग नहीं बनाई जाएगी ।उन्होंने कहा कि वह जनता भावनाओं का सम्मान करते हैं और पूर्व जनप्रतिनिधि की हालत को देखते हुए उन्हें उनसे सहानुभूति है क्योंकि वह जनता में अपना भोकाल मचाना चाहते हैं और कभी-कभी रावण के कैरेक्टर में घुस जाते हैं। ऐसे में इन दोनों नेताओं की लड़ाई किस मुकाम तक पहुंचती है वह तो आने वाला समय बताएगा। लेकिन शहर का व्यापारिक वर्ग किसके पक्ष में अपनी राय रखेगा यह भी आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा।