न्यूज़ प्रिंट,रुद्रपुर –ज़िलाधिकारी उदय राज सिंह द्वारा मिलर्स एवम् किसानों की एक मीटिंग धान ख़रीद को लेकर आयोजित की गई। जिसमे किसानो एवम् मिलर्स ने अपनी अपनी समस्याए ज़िलाधिकारी के सामने रखी।
मिलर्स की मुख्य माँगे जो की ज़िलाधिकारी को सौपी गई। जिसमें मिलर्स का पिछले 2 वर्ष का मंडी शुल्क सरकार की तरफ़ बकाया है उसे जल्द से जल्द दिलवाया जाये ।मिलर्स के द्वारा जो भुगतान किसानो को 72 घंटे में किया जाता है सरकार द्वारा उसी भुगतान को मिलर्स के पक्ष में करने में 6 माह तक लग जाते है उस पर मिलर्स को ब्याज दिया जाये। 2022-23 में जो चट्टे एफसीआई में मिनिस्ट्री द्वारा फेल कर दिए गए उसका निस्तारण किया जाये। मिलर्स धान की 26 प्रजाति का धान नहीं ख़रीद करेंगे क्योंकि एफसीआई में उसका चावल नहीं उतरा जाएगा।उत्तराखण्ड में भी अन्य राज्य जैसे उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ की तरह ही कुटाई पर सौ क्विंटल तक बोनस दिया जाना चाहिये। डीएम ने मिलर्स की समस्याओं को बहुत ही गंभीरता से सुना और शासन से बात कर निस्तारण कराने को कहा।
बैठक में उत्तराखंड राइस मिलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष नरेश कंसल, महामंत्री श्याम अग्रवाल, उपाधयक्ष रमेश गर्ग, कोषाधयक्ष पंकज बाँगा, मंत्री उमेश अग्रवाल, रोहतास अग्रवाल, ईश्वर बंसल, सौरभ सिंहल, संजय मित्तल, विकास मित्तल, शुभम् अग्रवाल, अमित जिंदल, संजय खेड़ा, सोनू अरोड़ा, मनोज कंबोज, विकास आदि मिलर्स मोजूद रहे।