सरयू पुल का निर्माण तीन दिन में पूर्ण नही करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन कर जताई नाराजगी
न्यूज प्रिन्ट, बागेश्वर। नगर के सरयू नदी पर स्थित सरयू पुल का निर्माण कार्य रुकने से यातायात व्यवस्था प्रभावित होने के साथ ही नगर के कई व्यापारियों का सड़क मार्ग बंद होने से व्यापार प्रभावित होने साथ ही पूर्व में ऐतिहासिक पैदल पुल को आवागमन के लिए बन्द किए जाने और पूर्व में आंदोलन के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा आश्वासन के बाद भी पुल निर्माण कार्य के लिए धनराशि स्वीकृत नही होने सहित जलसंस्थान विभाग द्वारा व्यापारियों को हजारो के बिल भेजे जाने से व्यापार मंडल खफा है।
व्यापार मंडल नगर अध्यक्ष कवि जोशी ने तीनों समस्याओं को लेकर व्यापारियों का व्यापार प्रभावित होने से व्यापारियों को आर्थिक तंगी से गुजरने का आरोप लगाते हुए व्यापारियों की उपेक्षा करने के आरोप जिला प्रशासन पर लगाए है। व्यापारियों ने अपनी समस्याओं के समाधान के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन किया।और शीघ्र मोटर पुल को यातायात के लिए खोलने, और अब तक हुए निर्माण कार्य मे एनएच विभाग द्वारा निर्माण कार्यो के लिए बजट नही होने की बात कहते हुए बिना बजट स्वीकृत के मोटर पुल की मरम्मत करने को केवल बजट की बर्बादी बताया और इसके लिए व्यापारियों ने नाराजगी जताते हुए इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग जिलाधिकारी से की है। साथ ही निर्माण कार्य को पुन: शुरू कर धन स्वीकृत के लिए प्रशासन को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
व्यापार मंडल अध्यक्ष कवि जोशी ने जिला प्रशासन को पुल के निर्माण के लिए धन स्वीकृत नहीं होने पर नगर के व्यापारियों द्वारा अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने की चेतावनी दी है। नगर अध्यक्ष कवि जोशी के नेतृत्व में व्यापारी बुधवार को कलक्ट्रेट में एकत्रित हुए। यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरयू नदी पर बना झूला पुल दो साल से बंद है। डीपीआर बनने के 53 दिन बाद भी अभी तक इसके लिए धन स्वीकृत नहीं हुआ है।पुल बंद होने से उनका कारोबार ठप हो गया है। कई बार मांग करने के बाद भी प्रशासन की नींद नहीं खुल रही है। इसके अलावा नगर के होटल, मिठाई कारोबारियों का पानी का बिल सात से 11 हजार तक हर महीने का दिया जा रहा है। यह भारी भरकम बिल चुकाना कारोबारियों को भारी पड़ रहा है। पुल बंद होने से उनका कारोबार पहले से ही ठप है। इसके ऊपर से हजारों का बिल थमा दिया है।
व्यापारियों ने सख्त लहजे में कहा कि यदि तीन दिन के भीतर धन स्वीकृत नहीं हुआ तो वह अनश्चितकालीन अनशन शुरू करेंगे। इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार रहा। इस मौके पर उपाध्यक्ष हेम जोशी, राजेंद्र गिरी, सचिव पुष्कर सिंह किरमोलिया, कोषाध्यक्ष जगदीश कार्की, राहुल साह, इंदू चौधरी, संजू चौधरी आदि मौजूद रहे।